Aman sahu gang: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर (Aman Saw’s Encounter) के बाद उसके गिरोह ने नई रणनीति अपनाने का दावा किया है।
गैंग के प्रमुख सदस्य मयंक सिंह और राहुल सिंह ने सोशल मीडिया पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर खुद को नए संचालक घोषित किया और अपने सदस्यों को “बेफिक्र” रहने का संदेश दिया।
गिरोह के नए नेताओं का बयान – “हम कमजोर नहीं, और शक्तिशाली हुए”
सोशल मीडिया पर जारी बयान में मयंक सिंह ने लिखा, “बॉस अमन साव अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत हमेशा हमारे साथ रहेगी। उनका जेल में रहना हमारी कमजोरी थी, लेकिन अब हम और भी शक्तिशाली हो गए हैं।”
प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि, “अमन साव ने जीते जी पूरे सिस्टम को हिलाकर रख दिया था, अब हम वही आतंक बरकरार रखेंगे।”
एनकाउंटर में मारा गया था अमन साव
झारखंड ATS की टीम 11 मार्च की सुबह गैंगस्टर अमन साव को रायपुर से रांची होटवार जेल (Ranchi Hotwar Jail) लेकर आ रही थी। पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा में अपराधियों ने काफिले पर बम से हमला किया और अमन साव को छुड़ाने की कोशिश की।
इसके बाद पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 38 राउंड गोलियां चलीं। जवाबी कार्रवाई में अमन साव ढेर हो गया। इस दौरान एक जवान भी घायल हुआ, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कैसे हुआ एनकाउंटर? जानिए पूरा घटनाक्रम
9 मार्च: ATS की टीम रांची से रायपुर रवाना हुई।
10 मार्च रात: रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साव को एटीएस के हवाले किया गया।
11 मार्च सुबह: पलामू के चैनपुर में 6-7 अपराधियों ने बम और गोलियों से हमला किया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अमन साव मारा गया।