न्यूज़ अरोमा रांची: कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा है कि बड़कागांव की जनता के प्रोत्साहन से उन्हें जनहित के कार्य करने का हौसला मिलता है, लेकिन स्थानीय सांसद जयंत सिन्हा कंपनियों के प्रवक्ता बन कर अपनी रोटी सेंकने के लिए यहां की जनता के विरुद्ध ही काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एनटीपीसी केंद्र के अंदर आती है और यहां के सांसद केंद्र में मंत्री रह चुके हैं।
अगर वो केंद्र सरकार से एनटीपीसी पर दबाव दिलवाते तो जनता को इतना संघर्ष नहीं करना पड़ता।
क्षेत्र के लोगों को मुआवजा और रोजगार को लेकर आज तक सांसद के द्वारा कोई पहल नहीं की गई है।
उसके उल्टा उन्होंने एनटीपीसी मुख्यालय को केंद्र से दबाव देकर विस्थापित एवं प्रभावितों को जायज मुआवजा एवं रोजगार देने से मना करवा दिया ताकि मुझे और राज्य सरकार को इसका श्रेय न मिल पाए।
साथ ही खुद और अपने कार्यकर्ताओं को मेरे खिलाफ दुष्प्रचार में लगा दिया है।
लेकिन उनके इस कार्य से मैं विचलित होने वाली नहीं हूं। एनटीपीसी पर जनता के विरुद्ध दबाव का पुख्ता प्रमाण समय आने पर दूंगी और जनता के न्यायालय में उन्हें खड़ा करूंगी।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि सांसद जयंत सिन्हा को उनके विरुद्ध अनर्गल बातें करना शोभा नहीं देती हैं।
वे विस्थापितों और प्रभावितों के लिए किए जा रहे मेरे संघर्ष और जनता से मुझे मिल रहे समर्थन से डर गए हैं और निचले स्तर की राजनीति पर उतर आए हैं।
उनको अपने गिरेबान में झांक कर चिंतन करने कि आवश्यकता है कि उनको पिछली केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री पद से क्यूं हटाया गया और वर्तमान सरकार में उनको कोई भी मंत्री पद क्यूं नहीं दिया गया।
बड़कागांव विस्थापन से संबंधित मुख्यमंत्री की घोषणा पर विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि भूमि का मुआवजा, घर का मुआवजा एवं पेंशन की घोषणा घोषणा से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं।
क्षेत्र का सबसे मुख्य मुद्दा रोजगार है, जिसके लिए वह बहुत चिंतित है और इसके लिए वे लगातार मुख्यमंत्री, अन्य मंत्रियों से मांग करते रहे हैं।
क्षेत्र की जनता हमारे साथ है और हर संघर्ष में सहयोग कर रही हैं।