Hamas : अक्टूबर में इजराइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) के बाद लाल सागर (Red Sea) में माल ढोने वाले जहाजों पर भी हमला शुरू हो गया।
हमास को समर्थन देने के लिए हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) ने उन जहाजों को निशाना बनाया है, जो मिस्र के स्वेज नहर के रास्ते या उससे होकर यमन से गुजर रहे हैं।
अब अमेरिका ने इसका जवाब देते हुए पिछले दो दिनों में ब्रिटेन के साथ मिलकर यमन में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों को तबाह किया है, जिसके बाद हूतियों ने फिर से हमले की धमकी दी है।
इस घटना ने लाल सागर में तनाव (Red Sea War) की स्थिति पैदा कर दी है. हमले की बढ़ती आशंकाओं को देखते हुए कंपनियां निर्यात शिपमेंट (Companies Export Shipment) रोक रही हैं।
अमेरिका ने भी जहाजों को लाल सागर से दूर रहने के लिए अलर्ट किया है।क्षइस हमले का असर डायरेक्ट भारत पर नहीं हुआ है. लेकिन ग्लोबल परेशानियों को देखते हुए भारत के निर्यात और आयात कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है।