न्यूयार्क : China अपने पैंतरेबाजी से बाज नहीं आ रहा है। अब उसने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के 11 स्थानों के नाम बदलने की कोशिश की है।
इस पर अमेरिका (America) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस (White House) ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका भारतीय क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के China के प्रयासों का “दृढ़ता से विरोध” करता है।
भारतीय क्षेत्र पर चीनी दावे का एक और प्रयास
यह हम पर और भारतीय क्षेत्र (Indian Territory) पर चीनी दावे का एक और प्रयास है। इसलिए, जैसा कि आप जानते हैं US ने लंबे समय से उस क्षेत्र को मान्यता दी है और हम इन इलाकों का नाम बदलकर क्षेत्र के दावे को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास (Unilateral Effort) का कड़ा विरोध करते हैं।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने क्या कहा ?
White House की प्रेस सचिव करीन जीन-पियरे (Jean-Pierre) ने कहा कि यह ऐसी चीज है जिस पर हम लंबे समय से कुछ चीजों को लेकर कायम हैं।
अमेरिका का यह बयान चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा अरुणाचल प्रदेश में 11 स्थानों के नामों के मानकीकरण (Standardization) के बाद आया है, जिसे वह तिब्बत के दक्षिणी भाग जंगनान के रूप में संदर्भित करता है।
भारत के साथ अमेरिका का संबंध मजबूत
इस बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में भारत-अमेरिका संबंधों और राजदूत एरिक गार्सेटी (Eric Garcetti) के बारे में बात करते हुए पियरे ने कहा, यह कुछ ऐसा है जो मैंने यहां से कहा है समझा जाए कि राष्ट्रपति बाइडन (President Biden) ने कहा है। उन्होंने कहा कि जब हम भारत के साथ संबंधों को देखते हैं, तो यह दुनिया में अमेरिका के सबसे अधिक परिणामी संबंधों में से एक है जो अभी भी कायम है।
राजदूत गार्सेटी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत के साथ हमारे सहयोग को मजबूत करने, हमारे रक्षा सहयोग का विस्तार करने और हमारे आर्थिक और लोगों के संबंधों को मजबूत करने के महत्वाकांक्षी प्रयास का नेतृत्व करेंगे।
पियरे ने आगे कहा कि फिर से हम दोहराते हैं कि भारत (India) के साथ हमारे संबंध America और दुनिया में हमारे सबसे अधिक परिणामी संबंधों में से एक है। इसलिए यह एक महत्वपूर्ण रिश्ता है जिसे राष्ट्रपति भी मानते हैं।
क्या है अरुणाचल का मसला?
भारत और चीन (India and China) के बीच सीमा विवाद सालों से चलता आ रहा है। भारत के ऐसे कई इलाके हैं, जिन पर चीन अपना दावा करता है। इन्हीं में से एक है अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh), जो भारत का 24वां राज्य है और भौगोलिक दृष्टि (Geographic Vision) से पूर्वोत्तर के राज्यों में यह सबसे बड़ा राज्य है।
चीन कई सालों से इसके पीछे हाथ धोकर पड़ा है। असल में वो इसे अपना इलाका मानता है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत (Southern Tibet) बताता है। वैसे तो तिब्बत ने भी कई साल पहले खुद को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया था, लेकिन चीन इसको नहीं मानता और उस पर अपना अधिकार जताता है।