इस्लामाबाद: अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि जो बाइडेन प्रशासन पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को सत्ता से बेदखल करने के लिए अमेरिका की अगुवाई में विदेशी साजिश रचे जाने के दुष्प्रचार से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंधों को कोई नुकसान नहीं होगा।
विदेशी साजिश रचे जाने के खान के दावों को प्रचार और झूठ करार देते हुए प्राइस ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों का सम्मान करता है।
प्राइस ने कहा, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken) ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की बात कही।
जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री की विदेशी साजिश की कहानी झूठे, स्वनिर्मित मनगढ़ंत सिद्धांत पर आधारित है।उन्होंने कहा, विदेशी साजिश पर इमरान खान का रुख झूठा है, क्योंकि उन्हें एक लोकतांत्रिक साजिश के तहत हटाया गया।
इमरान खान अब राजकीय संस्थानों पर हमला कर रहे हैं-बिलावल
उन्हें संवैधानिक तरीकों से हटाया गया था। उन्हें अमेरिका नहीं, बल्कि बिलावल हाउस की साजिश से हटाया गया था।बिलावल (Bilawal) ने कहा, इमरान खान अब राजकीय संस्थानों पर हमला कर रहे हैं और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने विपक्ष को एक पेज पर लाने और इमरान खान को हटाने की कोशिश में तीन साल बिताए। हम विपक्ष को एक पेज पर लाए, अविश्वास प्रस्ताव लाए और सफल रहे।
मैं इमरान खान को संसद में वापस आने और विपक्ष के नेता के रूप में अपनी भूमिका निभाने की सलाह देता हूं।इमरान खान प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से बड़े पैमाने पर सार्वजनिक विरोध सभाओं का आयोजन कर रहे हैं, जिनमें उनके हजारों समर्थक शामिल हो रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि अमेरिका के नेतृत्व में सत्ता परिवर्तन की साजिश को विपक्षी दलों द्वारा लागू किया गया था।इमरान खान की बातों को जनता द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार किया जा रहा है।
खान के समर्थक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदा सरकार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और देश में तत्काल चुनाव की मांग कर रहे हैं।
खान ने बाइडेन प्रशासन के इशारे पर उनके और उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचे जाने का आरोप लगाते हुए मौजूदा सरकार की आलोचना की है।
उन्होंने कहा है कि वह कड़ा विरोध जारी रखेंगे और देश में जल्द और तत्काल चुनाव (Election)कराने के लिए मौजूदा सरकार पर पर्याप्त दबाव बनाएंगे।
खान ने अपने समर्थकों से इस्लामाबाद की ओर एक लंबे मार्च निकालने की अपील की है और कसम खाई है कि मौजूदा सरकार जब तक जल्द चुनाव (Election)कराने की उनकी मांग पूरी नहीं करती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे।