नई दिल्ली: अमेरिका अब भी तालिबान पर अपने पुराने रुख पर कायम है और इसने कहा है कि वह अमेरिकी बैंकों में फ्रीज किए गए अफगानिस्तान के करीब दस अरब डॉलर को जारी नहीं करेगा।
खामा प्रेस की एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। आर्थिक संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका है।
अमेरिका के उप वित्त मंत्री वैली अडेमो ने कहा कि तालिबान पर दबाव बनाए रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन साथ ही कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।
अडेमो ने कहा कि अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए नए साधनों की तलाश की जानी चाहिए।
अडेमो ने सीनेटरों को कहा, हम मौजूदा स्थिति में तालिबान को धन का उपयोग नहीं करने देंगे। हम हक्कानी नेटवर्क और तालिबान पर अपने प्रतिबंधों पर जोर देना जारी रखेंगे, लेकिन अफगान लोगों के लिए मानवीय सहायता जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन उन्होंने दोहराया कि तालिबान को वितरण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाना चाहिए।
फ्रीज की गई संपत्तियों को जारी करने के लिए तालिबान ने कई राजनयिक माध्यमों का इस्तेमाल किया है, लेकिन अभी तक उसका कोई भी प्रयास सफल नहीं हुआ है।
तालिबान ने अमेरिका से मांग की है कि वह पैसा जारी करे और मानवाधिकारों का उल्लंघन न करे, क्योंकि पैसा अफगानिस्तान के लोगों का है किसी सरकार का नहीं।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी नवीनतम क्षेत्रीय आर्थिक रिपोर्ट में कहा है कि अफगानिस्तान की संपत्ति को फ्रीज करने के साथ-साथ विदेशी सहायता बंद करने से देश की अर्थव्यवस्था में 30 प्रतिशत की कमी आएगी, जिससे मानवीय संकट पैदा होगा।