रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के शिलान्यास के एक साल बाद बहुप्रतिक्षित सिरम टोली सरना स्थल (Siram Toli Sarna Sthal) का सौंदर्यीकरण-निर्माण कार्य गुरुवार को शुरू हुआ। हालांकि, इस दौरान विरोध भी हुआ।
काम हर हाल में होगा
ठेकेदार ने जैसे ही सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया वैसे ही सिरम टोली सरना स्थल (Siram Toli Sarna Sthal) के वंशज होने का दावा करने वाले सुनीता हंस और उसके परिवार वालों ने काम रुकवाने की कोशिश की।
मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट अमित भगत ने कहा कि जिला प्रशासन (District Administration) ने काम कराने का आदेश दिया है। काम हर हाल में होगा। अगर आप लोगों को इससे आपत्ति है तो आप काम रुकवाने के लिए कोर्ट से आदेश लेकर आइये। तभी हमलोग काम रोकेंगे। कुछ देर के लिए विरोध हुआ लेकिन काम शुरू कर दिया गया। पहले बड़ा चबूतरा को जेसीबी से तोड़ा गया।
पांच मंजिला भवन बनने से सरना स्थल छोटा हो जाएगा
न्यू गार्डेन सिरम टोली सरना स्थल के अध्यक्ष सुमित कच्छप, देवकी हंश, मंजू हंस, सन्नी हेमरोम आदि ने कहा कि उनका विरोध सौंदर्यीकरण को लेकर नहीं है और न ही जमीन विवाद है।
उनका विरोध केवल इसलिए है कि पांच मंजिला भवन बनने से सरना स्थल छोटा हो जाएगा। अभी इस रोड में फ्लाईओवर (Flyover) भी बन रहा है। इसमें सरना स्थल की बाउंड्री टूटनी है।
इससे सरना स्थल और छोटा हो जाएगा। सौंदर्यीकरण (Beautification) हो लेकिन पांच मंजिला भवन न बने। क्योंकि, इसके लिए सरना स्थल की बड़ी जगह खत्म हो जाएगी। इसलिए इसका निर्माण किसी भी कीमत पर होने नहीं देंगे।
काम शुरू होने के पहले आम सभा हुई
दूसरी ओर केंद्रीय सरना समिति (Central Sarna Committee) के अध्यक्ष अजय तिर्की, अखिल भारतीय आदिवासी जनपरिषद की कुंदरसी मुंडा, आदिवासी अधिकार मोर्चा के लक्ष्मी नारायण मुंडा, सिरमटोली मौजा के संतोष तिर्की ने कहा कि इसका निर्माण पूरी तरह से आदिवासी सभ्यता-संस्कृति और रीति-रिवाज को देखकर किया जा रहा है।
काम शुरू होने के पहले आम सभा हुई। इसमें सिरम टोली (Seram Team) मौजा के सभी टोलों के सामाजिक अगुवा, आदिवासी संगठन के प्रतिनिधि और पाहन शामिल हुए। सभी ने इसका समर्थन किया। कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।