कोलकाता: पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने आज एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार पर तीखा प्रहार किया है।
उन्होंने राज्य में सरकार बनने पर आदिवासियों को क्षेत्र में विकास कार्य कराने का भरोसा दिया। उन्होंने पंडित रघुनाथ मुर्मू ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाने का भी वादा किया।
शाह सोमवार को वर्चुअल जरिए से झाड़ग्राम में आदिवासियों की एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब सत्ता में आएगी तो आदिवासियों के विकास के लिए विशेष योजनाओं के साथ काम करेगी।
शाह ने तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा और ध्रुवीकरण की वजह से राज्य में विकास बर्बाद हो रहा है।
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आज मैं झाड़ग्राम में प्रचार के लिए आने वाला था, दुर्भाग्य से मेरे हेलीकॉप्टर में तकनीकी कमी आ गई और मैं आप लोगों के दर्शन करने के लिए उपस्थित नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में टीएमसी सरकार ने बंगाल को नए मुकाम पर पहुंचाया है। भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा, ध्रुवीकरण, हिंदुओं और एससी व एसटी को अपने त्योहारों को मनाने के लिए अदालतों में जाना पड़ा।
उन्होंने कहा कि टीएमसी राज्य में इस तरह की स्थिति ले लाई हैं, जिससे राज्य बर्बादी की कगार पर है। अमित शाह ने कहा, ‘एक समय बंगाल भारत का लीडर था।
यह शिक्षा, स्वतंत्रता सेनानियों, धार्मिक नेतृत्व और बहुत कुछ का केंद्र था, वही बंगाल अब गुंडाराज में उलझा हुआ है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं आज इस रैली में उपस्थित सभी आदिवासी भाइयों से कहना चाहता हूं कि आज एक संकल्प करके जाइए कि हमारे विकास में जो सरकार आड़े आ रही है, उसे हटाकर ही हम दम लेंगे।
‘ रैली में अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने के बाद आदिवासी छात्रों के अवसरों में सुधार लाने के लिए हम पंडित रघुनाथ मुर्मू ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाएंगे।
आदिवासियों के उत्थान के लिए स्टैंड अप इंडिया योजना में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी
सरकार ने 10 साल के दीदी के शासन में 115 से ज्यादा योजनाएं पहुंचाई, यह योजनाएं आप तक नहीं पहुंच रही हैं। इसका सबसे बड़ा रोड़ा तृणमूल की सरकार है।
उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का साथ देने वाले आदिवासियों को इस बार भी अडिग तौर पर भाजपा के साथ खड़े रहना चाहिए।
शाह ने कहा कि यहां जो भी आदिवासी भाई बंधु आए हैं, वह एक वादा करके जाएं कि उनके विकास को बाधित करने वाली सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।