Instagram-WhatsApp खरीद को लेकर एंटीट्रस्ट ट्रायल शुरू, जानें क्या है मामला

मेटा ने 2012 में इंस्टाग्राम को 1 अरब डॉलर और 2014 में वॉट्सऐप को 19 अरब डॉलर में खरीदा था। FTC का कहना है कि मेटा ने ज्यादा कीमत चुकाकर प्रतिस्पर्धा को दबाया। अगर फैसला FTC के पक्ष में गया, तो मेटा को ये प्लेटफॉर्म बेचने पड़ सकते हैं।

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An antitrust trial has begun regarding Meta’s acquisition of Instagram and WhatsApp : Meta , जो Facebook, Instagram और WhatsApp की पैरेंट कंपनी है, के खिलाफ 14 अप्रैल 2025 को वॉशिंगटन में अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) के साथ एंटीट्रस्ट ट्रायल शुरू हुआ। FTC का आरोप है कि मेटा ने Instagram और WhatsApp को खरीदकर प्रतिस्पर्धियों को खत्म किया और सोशल मीडिया में एकाधिकार बनाए रखा।

जकरबर्ग का मेमो बना मुसीबत

FTC के वकील डेनियल मैथेसन ने 2012 के एक इंटरनल मेमो का जिक्र किया, जिसमें मेटा CEO मार्क जकरबर्ग ने इंस्टाग्राम को “न्यूट्रलाइज” करने की बात कही थी। FTC का दावा है कि मेटा ने प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए “खरीदो या खत्म करो” रणनीति अपनाई। जवाब में Meta ने कहा कि FTC ने उस वक्त दोनों सौदों को मंजूरी दी थी, और ये कदम उपभोक्ता अनुभव बेहतर करने के लिए उठाए गए थे।

कितने में हुई थी डील?

मेटा ने 2012 में इंस्टाग्राम को 1 अरब डॉलर और 2014 में वॉट्सऐप को 19 अरब डॉलर में खरीदा था। FTC का कहना है कि मेटा ने ज्यादा कीमत चुकाकर प्रतिस्पर्धा को दबाया। अगर फैसला FTC के पक्ष में गया, तो मेटा को ये प्लेटफॉर्म बेचने पड़ सकते हैं।

Meta का दावा है कि TikTok, YouTube, X और Apple iMessage जैसे प्लेटफॉर्म से उसे कड़ी टक्कर मिल रही है। कंपनी के वकील का कहना है कि पुरानी डील्स को तोड़ना गलत होगा। ट्रायल में मार्क जकरबर्ग और पूर्व COO शेरिल सैंडबर्ग गवाही दे सकते हैं। यह सुनवाई कई हफ्तों तक चल सकती है।

यह केस 2020 में ट्रंप के पहले कार्यकाल में शुरू हुआ था। सोशल मीडिया पर मेटा का दबदबा और प्रतिस्पर्धा पर इसका असर इस ट्रायल के केंद्र में है। फैसले से न सिर्फ मेटा, बल्कि टेक इंडस्ट्री का भविष्य भी प्रभावित हो सकता है।

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