बर्लिन: जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण अटक गया और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सच्चाई सुनने की जरूरत है।
बीबीसी के मुताबिक, स्कोल्ज ने यह भी चेतावनी दी कि रूसी ऊर्जा आपूर्ति पर तत्काल प्रतिबंध के सुझावों को खारिज कर दिया जाना चाहिए, क्योंकि यूरोप पर इसका प्रभाव विनाशकारी होगा।
उन्होंने कहा कि जर्मनी रूसी ऊर्जा स्रोतों से स्वतंत्र होने की प्रक्रिया में है, लेकिन एक दिन से अगले दिन ऐसा करने से हमारा देश और पूरे यूरोप में मंदी आ जाएगी।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने चेतावनी दी कि पूरे उद्योग (पतन के) कगार पर होंगे और मौजूदा रूसी विरोधी प्रतिबंध पहले से ही जर्मन नागरिकों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं स्कोल्ज ने कहा कि शहरों और कस्बों पर लगातार भारी बमबारी के बावजूद रूसी सेना यूक्रेन में आगे बढ़ने में विफल हो रही है।
उन्होंने कहा, पुतिन का आक्रमण दिन-ब-दिन विनाश लाने के बावजूद अटका हुआ है। रूसी नेता को सच्चाई सुनने की जरूरत है। वह लड़ाई बंद करें और एक राजनयिक समाधान खोजने की कोशिश करें।
स्कोल्ज ने कहा कि युद्ध न केवल यूक्रेन को नष्ट कर रहा है, बल्कि रूस के भविष्य को भी नष्ट कर रहा है मॉस्को को और दंड की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, हम लगातार प्रतिबंधों को कड़ा कर रहे हैं, लेकिन इन उपायों से रूसी नेतृत्व की तुलना में यूरोपीय राज्यों को अधिक नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।