रांची: 4 मई को एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की टीम ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) के अधिकारी छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को जमीन घोटाले में 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया।
प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा की उत्कृष्टता इससे शर्मसार हो गई। साल 2011 बैच के IAS अधिकारी हैं छवि रंजन। दौलत की चाहत ने 12 साल की सेवा को एक प्रकार से माटी में मिला दिया।
याद कीजिए, 4 नवंबर 2022 को सेना और चेशायर होम रोड (Cheshire Home Road) की जमीन खरीद मामले में पहली बार रेड पड़ी थी और इसमें छवि रंजन का नाम सामने आया था।
विवादों में रहने के उदाहरण
देखिए तो छवि रंजन का करियर विवादों में पहले से रहा है। DC के तौर पर कोडरमा में पहली पोस्टिंग में ही वह पेड़ काटने को लेकर विवाद में आ गए थे।
उनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी। बाद में ACB ने PC Act छोड़कर अन्य धाराओं में चार्जशीट दायर की थी।
मामले में तत्कालीन कमिशनर ने भी आपत्ति दर्ज कराई थी
रांची DC के रूप में बजरा में 7.16 एकड़ जमीन की घेराबंदी के लिए 150 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती पर सवाल उठे थे। इस मामले में तत्कालीन कमिशनर ने भी आपत्ति दर्ज कराई थी।
रांची में कई जगहों पर जमीन की पुलिस बलों की तैनाती कर घेराबंदी व कब्जे की शिकायतें भी आम हो गई थीं। बाद में बरियातू (Bariatu) में सेना की जमीन का फर्जीवाड़ा कर होल्डिंग का केस थाने में दर्ज हुआ।
इसी दौरान चेशायर होम रोड की जमीन को फर्जी कागजात के आधार पर हड़पने के मामले में भी सदर थाने में अदालत के आदेश पर केस दर्ज किया गया।