रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के अंडमान निकोबार (Andaman Nicobar) प्रवास के दौरान उनसे वहां रह रहे झारखंड के आदिवासियों- मूलवासियों (Tribals – Natives) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मुलाकात की।
उन्होंने मुख्यमंत्री को अंडमान निकोबार द्वीप समूह में रोजगार और अन्य विषयों से संबंधित अनुभवों को साझा किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि कई दशकों से झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों से श्रमिक (Workers) यहां मजदूरी करते आते रहे हैं।
इनमें से कई अंडमान और निकोबार प्रशासन के पुनर्वास योजनाओं के तहत यहां बस चुके हैं। इनमें से अधिकांश श्रमिक निर्माण कार्य से जुड़े हैं।
कई मुद्दों पर चर्चा
प्रतिनिधिमंडल ने अंडमान-निकोबार मुख्यमंत्री के साथ सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शैक्षिक विकास, लोगों के लिए पारगमन आवास, हवाई किराए में वृद्धि आदि से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की।
इस मुलाकात के दौरान उन्होंने अपनी कुछ मांगो से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल ने कोरोना (Corona) काल में लॉकडाउन के दौरान अंडमान- निकोबार में फंसे झारखंड के 180 प्रवासी श्रमिकों को एयर लिफ्ट (Airlift) करा कर उनके सकुशल घर वापसी कराने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।
प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि प्रवासी श्रमिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
“मुख्यमंत्री झारखंड प्रवासी श्रमिक दुर्घटना कोष” बनाया गया है। साथ ही यहां से जो भी श्रमिक- व्यक्ति काम करने दूसरे देशों में जाते हैं, उनके लिए भी “मुख्यमंत्री अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिक अनुदान योजना” चल रही है ।
झारखण्ड से बाहर प्रवास करने वाले लोगों की मदद के लिए भी राज्य सरकार द्वारा सेफ एंड रिस्पांसिबल माइग्रेशन इनीशिएटिव (Safe and Responsible Migration Initiative) की शुरुआत की गयी है।
इसके तहत प्रवासी श्रमिकों के व्यवस्थित पंजीकरण को सक्षम करने, डेटाबेस (Database) की निगरानी और विश्लेषण की भी व्यवस्था की गई है।
सुरक्षित और जिम्मेदार प्रवास पर प्रथाओं के बारे में अभियानों के माध्यम से जागरुकता पैदा किया जा रहा है।
राज्य प्रवासी मजदूर नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रम रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा राज्य प्रवासी मजदूर नियंत्रण कक्ष की शुरुआत की गई है।
वर्तमान में यह कंट्रोल रूम प्रवासी मजदूरों के लिए 24 घंटे 7 दिन हेल्पलाइन की तरह काम कर रहा है ।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के अंडमान निकोबार प्रवास के दौरान उनसे मुलाकात करने वाले रांची एसोसिएशन, पोर्ट ब्लेयर के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष फेयानुस टोप्पो, उपाध्यक्ष सुमन लाकड़ा, महासचिव एड. प्रकाश मिंज, सचिव सेबेस्टियन तिर्की, फूल कुमार, संयुक्त सचिव सुनील मिंज, अनिल टोप्पो एवं अन्य शामिल रहे।