धनबाद: एकीकृत पारा शिक्षक (Para Teacher) संघर्ष मोर्चा ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) के बयान पर नाराजगी जताई है।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिलाध्यक्ष तुलसी राम महतो ने कहा कि शिक्षा मंत्री कहते हैं कि पारा शिक्षकों की बहाली Roster से हटकर हुई है। आरक्षण नियमों का पालन नहीं हुआ है। वेतनमान देने में तकनीकीअड़चनें आ रही हैं।
वेतनमान पारा शिक्षकों का कर्मसिद्ध अधिकार है
जिलाध्यक्ष ने कहा कि पारा शिक्षकों की बहाली ( Reinstatement of Teachers)में नियमों की अनदेखी हुई है, तो कुछ पारा शिक्षक (Para Teacher) आज सरकारी शिक्षक (Government Teacher) कैसे बन गए।
ऐसे बयान पारा शिक्षकों के (Para Teacher) उज्जवल भविष्य की दिशा में अनिष्टकारी व घातक सिद्ध हो सकते हैं।
वेतनमान पारा शिक्षकों (Pay Scale Para Teachers)का कर्मसिद्ध अधिकार है, जिसे कोई रोक नहीं सकता है। शिक्षा मंत्री पारा शिक्षकों के हित में हमेशा से ही रहे हैं।
जब मंत्री बीमारी से ग्रस्त थे
सड़क से लेकर सदन तक आवाज बुलंद किया है और पारा शिक्षकों ने (Para Teacher) भी माटी की सरकार बनाने में पूरी ताकत लगा दी।
जब मंत्री बीमारी से ग्रस्त थे, तब हम शिक्षक उनके स्वास्थ्य के (Health) लिए पूजा-अर्चना व हवन कर रहे थे। अब राज्य के तमाम सहायक अध्यापक अपने उज्जवल भविष्य के (Better Future) लिए एक मंच पर आकर आंदोलन शुरू करें।