झारखंड : बेटे की मौत से गुस्साए पिता ने रिश्तेदारों के घर में बंद कर लगाई आग

News Desk
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लातेहार: एक व्यक्ति ने अपने पुत्र की मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए तीन लोगों को उनके घरों में बंद कर आग लगा दी। खबर मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला।

मनिका थाना क्षेत्र के सिंजो गांव में सोमवार की सुबह नटाई सिंह के घर में उसके पुत्र तपेश्वर सिंह, पत्नी उर्मिला देवी और पुत्री काजल कुमारी को अंदर बंद करने के बाद बाहर से मिट्टी तेल छिड़ककर आग लगा दी गई।

आग में घिरे तीनों लोग शोर मचाने लगे, मगर डर के मारे किसी ने दरवाजा नहीं खोला।

सूचना मिलने पर मनिका थाना प्रभारी शुभम कुमार, एसआई गौतम कुमार, सुरेश सिंह, भोला यादव समेत कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और दरवाजा खोल कर अंदर बंद तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला।

लोगों ने बताया कि पुत्र की मौत से आक्रोशित गणेश सिंह ने परिजन के साथ मिलकर नटाई सिंह और उसके परिजन को अपने पुत्र की मौत का जिम्मेवार मानते हुए, उनके घर में कैरोसिन तेल छिड़क कर आग लगा दी। इसके पहले गणेश सिंह ने घर के पुरुष सदस्यों के साथ मारपीट भी की थी।

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बताया जाता है कि रविवार से लापता गणेश सिंह के पुत्र किरानी सिंह का शव सोमवार की सुबह संदिग्ध अवस्था में गांव के पास ही मिला। इससे आक्रोशित पिता ने रिश्तेदार के घर में आग लगा दी।

मौके पर पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बंद लोगों को बाहर निकाला गया लेकिन तबतक पूरा घर जलकर खाक हो गया।

क्या है मामला

सिंजो निवासी गणेश सिंह और नटाई सिंह के बीच जीजा- साले का रिश्ता है। दोनों का घर आसपास है। दोनों में जमीन बेचने पर विवाद चल रहा है।

इसी बीच रविवार को सुबह करीब छह बजे गणेश सिंह का पुत्र किरानी सिंह ( 22) घर से निकला था। वह देर रात तक वापस नहीं लौटा। गणेश ने बताया कि आस पास खोजने के बावजूद रात में कहीं कुछ पता नहीं चला।

सोमवार की सुबह करीब पांच बजे किरानी का शव अंबाटोली सिंजो में संदिग्ध अवस्था में मिला।

एक पलाश के पेड़ से लगा फांसी का फंदा टूटा हुआ था और शव पेड़ के नीचे पड़ा था। जैसे ही गणेश ने अपने बेटे का शव देखा वह आक्रोशित होकर घर पहुंचा और नटाई सिंह के घर में आग लगा दी।

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