रांची/गुमला: झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया संयोजिका अध्यक्ष संघ के तत्वावधान में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष आयोजित धरना शनिवार को भी जारी रहा।
मर्ज विद्यालय की हटाई गई रसोइया और संयोजिका को समायोजित करने सहित 4 सूत्री मांगों को लेकर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन को जारी रखने तथा और तेज करने का ऐलान किया है।
रसोइया संयोजिका संघ की जिला अध्यक्ष देवकी देवी ने कहा कि यदि शिक्षा पदाधिकारियों के द्वारा उनकी मांग को पूरा नहीं की जाती है तब आंदोलन को और तेज करते हुए 16 जनवरी से हटाई गईं रसोइया के द्वारा क्रमिक आमरण अनशन का कार्यक्रम प्रारंभ होगा।
इसमें प्रत्येक दिन 5 से 10 महिलाएं आमरण अनशन पर बैठेंगी तथा धरना कार्यक्रम साथ-साथ चलेगा।
कहा- आत्मदाह करने पर होंगे विवश, 21 को शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की तालाबंदी
इसके बाद 21 जनवरी को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की तालाबंदी की जाएगी या रसोइया संयोजिका महिलाएं आत्मदाह करने को विवश होंगी।
उल्लेखनीय है कि आंदोलन के मद्देनजर जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र पांडे ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और विद्यालय के सचिव की बैठक आहूत कर नियमानुसार ठोस निर्णय लेने का दावा किया है।
धरना प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति, माधुरी देवी, अनीता देवी, कुमोद देवी, जयंती देवी, एंटोनियो मिंज, सरिता देवी आदि महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।
पारा शिक्षकाें ने कहा- कि काेरे आश्वासन की पाेटली पर आंदोलन वापस नहीं लेंगे
शुक्रवार को पारा शिक्षक ने स्थाईकरण और अन्य मांगाें काे लेकर पारा शिक्षकाें की शुक्रवार काे मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रही।
वार्ता के बाद पारा शिक्षकाें ने कहा कि काेरे आश्वासन की पाेटली पर आंदोलन वापस नहीं लेंगे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार से सत्ता पक्ष के विधायकाें के आवास का घेराव किया जाएगा।
24 जनवरी काे सभी मंत्रियाें के आवास के सामने प्रदर्शन हाेगा। इसके बाद 10 फरवरी काे मुख्यमंत्री आवास के सामने “वादा पूरा कराे’ प्रदर्शन किया जाएगा।
नही लगायेंगे मुर्दाबाद का नारा
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष माेर्चा का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से वार्ता करने के लिए प्राेजेक्ट भवन पहुंचा।
वार्ता के दाैरान मुख्यमंत्री ने उनकी मांगाें पर उचित कदम उठाने का भराेसा दिया। उन्हाेंने कहा-कुछ और समय दें, उनकी सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
इस विषय में वे मंगलवार काे शिक्षा विभाग के अधिकारियाें से बात करेंगे। लेकिन पारा शिक्षकाें ने इससे इनकार करते हुए आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है।
पारा शिक्षक शिक्षिकाओं से जिला कमिटी ने आग्रह किया है कि कोई भी भड़काऊ भाषण का प्रयोग नहीं करेंगे।
किसी भी तरह का मुर्दाबाद का नारा नही लगायेंगे। उन्होंने कहा है की 65 हजार पारा शिक्षको से किया वादा पुरा करो, नियमावली जल्द लागु करो, विधायक जी अपना वादा पुरा करो जैसा ही नारा दिया जायेगा।