रांची: केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद व आदिवासी सेंगेल अभियान के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार की शाम अल्बर्ट एक्का चौक पर मशाल जुलूस निकाला गया।
मौके पर केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि वर्षों से आदिवासियों अपनी संस्कृति परंपरा बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हर हाल में आदिवासी 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड चाहते हैं लेकिन केंद्र सरकार आदिवासियों को सरना कोड देना नहीं चाहती है।
2021 के जनगणना मार्च अप्रैल से होने वाली है। आदिवासी अब केन्द्र सरकार की मंशा समझ चुकी है।
बिना आंदोलन के सरना कोड मिलने वाला नहीं है।
इसे लेकर केंद्रीय सरना समिति अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद व आदिवासी सेंगेल अभियान 31 जनवरी को पांच राज्यों में झारखंड, बिहार, बंगाल ,आसम और ओडिशा आदि राज्य में रेल और सड़क पर चक्का जाम करेगी।
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार जल्दी सरना कोड लागू नहीं करती है तो आदिवासी किसान आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन करेगी।
मौके पर केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक ललित कच्छप भुनेश्वर लोहरा, केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की, सचिव विनय उरांव और ज्योत्सना भगत सहित अन्य शामिल थे।