कोलकाता: ममता बनर्जी की कैबिनेट में वन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद राजीव बनर्जी ने हावड़ा जिले के डोमजूर से विधायक पद भी छोड़ दिया है। बनर्जी ने बताया है कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा है।
शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब होकर उन्होंने यह भी बताया कि अध्यक्ष ने उनसे कई सारे सवाल पूछे जिसके जवाब उन्होंने दिए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके इस्तीफे पर सभी कानूनी पहलुओं को देखने के बाद फैसला लेंगे।
राजीव बनर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आभार जताते हुए कहा कि 10 सालों तक लोगों की सेवा करने का मौका मिला है, यह इनके लिए सुख की बात है।
इसके पहले ठाकुर नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजीव बनर्जी ने पार्टी बदलने के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करना है तो निर्दलीय जीत कर बहुत कुछ नहीं किया जा सकेगा।
इसलिए मेरा मानना है कि लोकतांत्रिक प्रणाली में किसी न किसी पार्टी की छत्रछाया में रहना जरूरी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि रविवार को हावड़ा में अमित शाह के सभा मंच पर जाकर राजीव बनर्जी भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं।
पीठ में छुरा भोंकना ठीक नहीं: तृणमूल
इधर राजीव बनर्जी के विधायक पद छोड़ने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि राजीव बनर्जी का विधायक पद से इस्तीफा प्रत्याशित था।
वह पार्टी में रहकर लगातार बयानबाजी कर रहे थे। पार्टी में थे सत्ता के मजे लिए, 10 सालों तक कोई समस्या नहीं थी और अब चुनाव है तो अपमान का आरोप लगा रहे हैं। उन्हें जिस पार्टी में जाना था चले जाते लेकिन साथ रहकर पीठ में छुरा भोंकना ठीक नहीं है।