रांची: झारखंड विधानभा (Jharkhand Legislative Assembly) का बजट सत्र (Budget Session) गुरुवार को भी हंगामे के बीच शुरू हुआ।
BJP के विधायकों ने स्लोगन वाले वस्त्र पहनकर सदन में हंगामा किया। कार्यवाही शुरू होते ही BJP के विधायक सदन के अंदर 60-40 नाय चलतो और 1932 का क्या हुआ, लिखा भगवा रंग (Saffron Colour) का टी शर्ट पहनकर पहुंचे।
मुख्यमंत्री (CM) हेमंत सोरेन भी सदन में मौजूद थे। BJP के विधायकों ने हेमंत सोरेन हाजिर हों के नारे लगाए। इसके साथ ही वे वेल तक पहुंच गए।
इस दौरान पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर विपक्ष के हंगामे पर अपना जवाब देना चाह रहे थे, परन्तु विधानसभा अध्यक्ष (Speaker of The Assembly) ने कहा कि आज आसन का ध्यान हंगामे की ओर नहीं है।
इस बीच आसन ने तीन अल्पसूचित प्रश्नों (Short Notice) का उत्तर सरकार से दिलाया। बढ़ते हंगामे को देखते हुए सदन 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
12 बजे दोबारा सदन की कार्यवाही (Proceeding) शुरू होते ही BJP के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। फिर भी स्पीकर ने विधायकों से शून्यकाल पढ़वाया। दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी लिये। इसी बीच BJP के विधायक कुछ बोलने के लिए उनसे बार बार अनुमति मांग रहे थे।
नियम का उल्लंघन कर सदन में आये
इसपर स्पीकर ने BJP विधायकों को साफ कहा कि आपलोग आसन के नियम का उल्लंघन कर सदन में आये हैं।
बुधवार को ही आसान से यह नियमन हुआ था कि स्लोगन युक्त वस्त्र पहनकर नहीं आना है। उन्होंने कहा कि जब आसन के आदेश का पालन ही नहीं करते हैं तो आसन से समय क्यों मांगते हैं।
पहले आप नियमन का पालन कीजिये तब समय मिलेगा। इसी बीच झामुमो विधायक (JMM MLA) सरफराज अहमद ने कहा कि चार दिनों से विपक्ष द्वारा सदन में जो आचरण किया जा रहा है यह अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि वोकल माइनॉरिटी साइलेंट मेजोरिटी (Vocal Minority Silent Majority) पर हावी है। इसपर कार्रवाई होनी चाहिए।
राज्य में बहुत जल्द शुरू होंगी नियुक्तियां: आलमगीर आलम
विधायक लंबोदर महतो के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री (Minister of Parliamentary Affairs) आलमगीर आलम ने कहा कि 1932 आधारित स्थानीय और नियोजन नीति को सर्वसम्मति से विधानसभा से पारित कराकर राज्यपाल के माध्यम से भारत सरकार (Indian Government) को भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है इसका हमलोग इंतजार नहीं कर सकते, क्योंकि समय निकल जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखकर सरकार ने कैबिनेट (Cabinet) से नई नियुक्ति नियमावली पारित करा ली है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग-अलग नियमावली बनाई गई है।
विभागों से रिक्तियां भी मांगी जा रही हैं। बहुत विभागों (Portfolios) से रिक्तियों की सूची भी आई है। सरकार बहुत जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
स्थानीय और नियोजन नीति पारित
विधायक लंबोदर महतो ने सरकार से जानना चाहा था कि सदन से 11 नवंबर को जो 1932 आधारित स्थानीय और नियोजन नीति पारित हुई थी, उसका क्या हुआ।
अबतक यह राज्य में लागू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी जो सरकार ने Cabinet से नियमावली पारित कराई है, उससे झारखंड के युवाओं का भला नहीं होने वाला है।
सरकार (Government) पहले 1932 आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाये, तब नियुक्ति शुरू करे।