हजारीबाग: ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने बुधवार को हजारीबाग के दारू प्रखंड का दौरा किया।
उन्होंने इस क्रम में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) से जुड़ी स्वयं सहायक समूह की महिलाओं की आत्म निर्भरता का अवलोकन किया।
पटनायक ने दारू आजीविका महिला संकुल संगठन के कार्यालय पहुंचकर महिला समूहों के नेतृत्वकर्ताओं के साथ बैठक की।
इस क्रम में उन्होंने न केवल आजीविका महिला समूहों को दिए जा रहे रोजगार के बाबत जानकारी ली, बल्कि इसके माध्यम से परिवारों में आ रहे सामाजिक बदलाव के बारे में भी अवगत हुई।
सचिव श्रीमती पटनायक पेटो में दीदी बाड़ी योजना के तहत खेत में लगे फल और सब्जी की खेती का भी अवलोकन किया।
उन्होंने लाभुकों से इस योजना से उपजाए गए फल सब्जी का उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह योजना गर्भवती व धात्री महिलाओं, बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने की दिशा में महत्व पहल है।
साथ ही महिलाएं इससे रोजगार कर आय भी प्राप्त कर सकती हैं।
उन्होंने महिलाओं से इस बाबत जानकारी ली और इससे जुड़े सैकड़ों महिलाओं को हो रही आय के बारे में भी पूछा।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद, उपविकास आयुक्त अभय सिन्हा, जेएसएलपीएस के मुख्यकार्यपालक पदाधिकारी अधिकारी राजीव कुमार, एसडीओ विद्याभूषण कुमार, बीडीओ रामरतन कुमार बरनवाल, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील राणा, बीपीओ मो. परवेज सहित अन्य उपस्थित थे।
आजीविका समर्थन हुनर अभियान से 20 लाख परिवार जोड़ा गया: सचिव
ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि विभाग द्वारा आजीविका समर्थन हुनर अभियान चलाया जा रहा है।
इसके तहत महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। एक आजीविका कर रही महिलाओं को दूसरी ओर तीसरी आजीविका (रोजगार) से जोड़ने का काम किया जा रहा है।
इससे महिलाओं के जीवन में बदलाव भी आया है। पूर्व में जो कठिनाइयां थीं, उससे निकलकर महिलाएं अब लिए गए ऋण को वापस कर कृषि व पशुपालन कर रही हैं।
इतना ही नहीं ग्रामीण महिलाएं परिवारों को समृद्ध कर आत्म निर्भर बर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना से 20 लाख परिवारों को जोड़ा गया है।