रांची: BJP प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश (MP Deepak Prakash) ने शनिवार को कहा कि राज्य में हो रहे धर्मांतरण के संबंध ईसाई धर्म गुरु आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो (Christianity Guru Arch Bishop Felix Toppo) और मास्करेन हास के बयान न सिर्फ असंवैधानिक (Unconstitutional) हैं, बल्कि निंदनीय भी हैं। उन्हें ऐसे बयान से बचना चाहिए।
आर्च बिशप ने लोकतांत्रिक परंपराओं का किया अपमान
प्रकाश ने कहा कि भारत (India) में सबको अपने-अपने धर्म, संप्रदाय, पूजा अर्चना को मानने की संवैधानिक व्यवस्था (Constitutional Arrangement) है लेकिन किसी को भी लोभ, लालच या सेवा के नाम पर उनकी आस्था को बदलवाने का अधिकार प्राप्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह बयान पूरी तरह अपरिपक्वता (Immaturity) से भरा हुआ है, जिसमें उन्होंने सत्ता परिवर्तन (Change of Power) और धर्म परिवर्तन को एक ही पलड़ा में तौला है।
आर्च बिशप ने लोकतांत्रिक परंपराओं (Democratic Traditions) का अपमान किया है। उन्होंने देश और राज्यों में सरकार के गठन और फिर परिवर्तन की बातों को एक जिले के DC से जोड़ा है।
दीपक ने कहा कि आखिर प्रशासन (Administration) को इस बात की जानकारी क्यों नहीं होनी चाहिए। आखिर कोई अपना धर्म बदलकर कल से अल्पसंख्यक (Minority) की सरकारी सुविधाओं (Government Facilities) की मांग करेगा तो उसे अल्पसंख्यक की मान्यता प्राप्त करने के पहले उसे प्रशासन को क्यों नहीं बताना चाहिए?