रांची : केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि झारखंड ने तीरंदाजी में पूरे देश का मार्गदर्शन किया है। तीरंदाजी हमारे इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण विधा है। अर्जुन मुंडा रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एकलव्य के समान सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए तीरंदाजों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय रैंकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। पिछली बार यह आयोजन हैदराबाद में हुआ था, जिसके आधार पर खिलाड़ी अपने कमान से अपने खेल का स्तर बढ़ाएंगे और विश्व स्तर पर प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर स्थित एनआईटी मैदान में द्वितीय एनटीपीसी नेशनल रैकिंंग तीरंदाजी प्रतियोगिता रविवार को शुरू हुआ। टूर्नामेंट 10 अप्रैल तक चलेगा। इसमें पूरे देश के विभिन्न राज्यों से 134 तीरंदाज अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
मौके पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, मुंडा की पत्नी और सरायकेला जिला तीरंदाजी संघ की अध्यक्ष मीरा मुंडा एवं सरायकेला के उपायुक्त ने संयुक्त रूप से टूर्नामेंट की शुरुआत की। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की तीरंदाज पद्मश्री दीपिका कुमारी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शैलेंद्र सिंह ने किया।
कार्यक्रम के दौरान सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त को भी केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सम्मानित किया। साथ ही सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस, एनआईटी के डायरेक्टर केके शुक्ला और अन्य लोग भी सम्मानित किए गए।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से पद्मश्री राष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका कुमारी, पूर्णिमा महतो, एसपी आनंद प्रकाश, एनआईटी निदेशक केके शुक्ला, अमरप्रीत काले, राजकुमार सिंह, इंदर अग्रवाल, अशोक सिंह, गणेश माहली, रतन महतो मौजूद रहे।