नई दिल्ली: भारत और श्रीलंका के बीच पिछले सप्ताह हाई-प्रोफाइल राजनयिक बैठकें होने के बाद अब भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 12 अक्टूबर मंगलवार को कोलंबो जायेंगे।
जनरल नरवणे अपनी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान श्रीलंका में चल रहे द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ के अंतिम चरण को देखेंगे।
भारत-श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संयुक्त अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ का 8वां संस्करण 04 अक्टूबर से श्रीलंका के कॉम्बैट ट्रेनिंग स्कूल, अम्पारा में चल रहा है, जिसका समापन 15 अक्टूबर को होना है।
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला 02 से 05 अक्टूबर के बीच श्रीलंका की यात्रा पर थे। उनकी यह आधिकारिक यात्रा श्रीलंका के विदेश सचिव एडमिरल प्रो. जयनाथ कोलम्बेज के निमंत्रण पर हुई थी।
यात्रा के दौरान श्रीलंकाई विदेश सचिव के साथ द्विपक्षीय चर्चा के अलावा विदेश सचिव श्रृंगला की मुलाकात श्रीलंका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मंत्री से हुई थी।
एक सप्ताह बाद ही जनरल नरवणे की इस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी श्रीलंका यात्रा से पहले भारत में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के साथ कथित संबंधों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रयास में दो संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है।
भारतीय सेना प्रमुख अपनी यात्रा के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा सचिव से मिलेंगे और 13 अक्टूबर बुधवार को श्रीलंका सेना मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
श्रीलंका और भारत ने इस साल मार्च में श्रीलंका नौसेना मुख्यालय में स्थापित समुद्री सुरक्षा सहयोग पर एक त्रिपक्षीय (भारत-मालदीव-श्रीलंका) सचिवालय के साथ 2019 के ईस्टर संडे बम विस्फोटों के बाद अपने सुरक्षा और रक्षा संबंधों को बढ़ाया है।
दोनों देशों ने हिंद महासागर में तस्करी नेटवर्क के बारे में बढ़ती चिंताओं का मुकाबला करने के लिए संयुक्त समुद्री गश्त पर भी चर्चा की।
भारत ने श्रीलंका को आतंकवाद से निपटने के लिए क्षमता निर्माण के लिए 50 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट की भी पेशकश की थी।
भारत-श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संयुक्त अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ का 8वां संस्करण 04 अक्टूबर से श्रीलंका के कॉम्बैट ट्रेनिंग स्कूल, अम्पारा में चल रहा है, जिसका समापन 15 अक्टूबर को होना है।
इस अभ्यास में भारतीय सेना के इन्फैंट्री बटालियन ग्रुप के 120 जवान और श्रीलंकाई सेना की एक बटालियन भाग ले रही है।
दोनों सेनाओं ने इस दौरान अर्ध शहरी और ग्रामीण वातावरण में संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए पूर्वाभ्यास किया है।
इस अभ्यास से दक्षिण एशिया में दोनों देशों के संबंधों में मजबूती के साथ ही आतंक के खिलाफ दोनों सेनाओं में एकजुटता बढ़ेगी।
जनरल नरवणे के अलावा भारतीय और श्रीलंकाई सेनाओं के वरिष्ठ सैन्य पर्यवेक्षक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ के अंतिम चरण को देखेंगे।