नई दिल्ली: भारतीय सेना न केवल पूर्वी लद्दाख में, बल्कि चीन के साथ लगती पूरी उत्तरी सीमा पर हाई अलर्ट पर है।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने मंगलवार को यह बात कही।
जनरल नरवने ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम सर्दियों में तैनाती की स्थिति में चले गए हैं।
हम (भारत और चीन) सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंच जाएंगे। हालांकि, हम किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
जनरल नरवने ने कहा कि पिछले साल सेना को चुनौतियों का सामना करने के लिए बातचीत करनी पड़ी और बल ने ऐसा सफलतापूर्वक किया।
उन्होंने कहा, पहली सबसे बड़ी चुनौती कोविड है और अगली उत्तरी सीमा पर स्थिति है।
उन्होंने यह भी कहा कि लॉजिस्टिक मुद्दों पर चिंता का कोई कारण नहीं है और बल की परिचालन तैयारियां उच्च स्तर पर हैं। जनरल नरवने ने कहा, सैनिकों का मनोबल ऊंचा है।
उन्होंने कहा, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति पिछले साल की तरह ही है।
यथास्थिति बनी हुई है। हमें सरकार से निर्देश मिले हैं कि हम उसी स्थिति में रहें, जहां हम गतिरोध बिंदु पर तैनात हैं।
सेना प्रमुख ने कहा, पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले क्षेत्र में तैनाती में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
सेना प्रमुख ने कहा, तनाव वाले क्षेत्रों में सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं की गई है।
भारतीय और चीनी सेनाएं पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास कई स्थानों पर पिछले नौ महीने से आमने-सामने हैं।
दोनों देशों के बीच गतिरोध कई स्तरों के संवाद के बावजूद खत्म नहीं हो सका है।