आरा: बिहार में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन को अवधी विस्तार देने के बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर की परीक्षा का आयोजन कराने की कार्रवाई तेज कर दी है।
इंटर की परीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्रों के निर्धारण और परीक्षा केंद्रों तक उत्तरपुस्तिकाओं को पहुंचाने के कार्य मे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है।
आगामी एक फरवरी से शुरू हो रहे इंटर की परीक्षा को लेकर भोजपुर जिले में गहमागहमी बढ़ गई है और स्कूल कॉलेजो में चहल पहल भी बढ़ने लगी है।
भोजपुर जिले में इस साल इंटर की परीक्षा में 44 हजार 24 छात्र छात्राएं शामिल होंगे।इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों में 24,536 छात्र और 19,488 छात्राएं शामिल हैं।
भोजपुर जिले के तीन अनुमंडलों पीरो,जगदीशपुर और आरा सदर में स्थित स्कूल और कॉलेजो को मिलाकर कुल 42 परीक्षा का केंद्र बनाया गया है।
पीरो में 5,जगदीशपुर में 7 और आरा सदर प्रखंड में कुल 30 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
19 परीक्षा केंद्रों पर छात्रो की जबकि 23 परीक्षा केंद्रों पर छात्राओं की परीक्षा होगीइंटर की परीक्षा को सफलतापूर्वक,स्वच्छ निष्पक्ष और कदाचारमुक्त तरीके से सम्पन्न कराने को लेकर 22 जनवरी शनिवार को सभी केंद्राधीक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित होगी।
केंद्राधीक्षकों की यह बैठक आरा शहरी क्षेत्र के मॉडल इंस्टीच्यूट में होगी जिसमें परीक्षा के सफल संचालन को लेकर कई विन्दुओ पर विचार विमर्श कर निर्णय लिए जाएंगे।भोजपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रेमचंद ने शुक्रवार को बताया कि सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने के पहले कोरोना का टिकाकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
परीक्षा में किसी भी तरह के कदाचार को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
आगामी एक फरवरी से शुरू होकर 14 फरवरी तक चलने वाली इंटर की परीक्षा के दौरान स्टैटिक मजिस्ट्रेट सह प्रेक्षक, जोनल मजिस्ट्रेट सह पेट्रोलिंग टीम,उड़नदस्ता दल की भी प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
भोजपुर जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान दो पालियों में परीक्षा कराने को लेकर जिला प्रशासन पूरी सक्रियता, सावधानी और सतर्कता के साथ जुटा हुआ है।
जिला प्रशासन ने भारत सरकार के जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते हुए परीक्षा का आयोजन कराने का दावा किया है किंतु प्रशासन का यह दावा कितना सच साबित होगा यह तो एक फरवरी को शुरू हो रहे परीक्षा के दौरान ही पता चल पाएगा।