रांची : हजारीबाग (Hazaribagh) में रित्विक कंपनी के अधिकारी शरत बाबू के मर्डर की जिम्मेदारी गैंगस्टर अमन साव गिरोह (Gangster Aman Sau Gang) ने ली है।
गिरोह के मयंक सिंह का कहना है कि बड़कागांव के पूर्व विधायक योगेंद्र साव का उसके गिरोह से संबंध नहीं है।
मयंक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि योगेंद्र द्वारा मेरे बॉस यानी अमन साव के नाम का गलत इस्तेमाल होता है।
इसके अलावा क्या-क्या होता है, इसकी जानकारी प्रशासन से लेकर बड़कागांव की जनता बेहतर जानने लगी है।
असली मयंक सिंह को आइडेंटिफाई कर चुकी पुलिस
इसका इलाज इस चुनाव में कर दिया जाएगा। हजारीबाग SP मनोज रतन चोथे ने कहा कि रित्विक कंपनी के शरत बाबू हत्याकांड में अमन साहू की भूमिका आई है, इनके शूटर भी गिरफ्तार हुए हैं।
मयंक सिंह के छद्म नाम से प्रेस विज्ञप्ति (Press Release) जारी करता है।
असली मयंक सिंह को भी पुलिस आइडेंटिफाई (Police Identify) कर चुकी है। कार्रवाई हो रही है।
कंपनी प्रबंधन को मालूम है हत्या का कारण
मयंक ने कहा कि शरत बाबू की हत्या का कारण रित्विक कंपनी प्रबंधन जानता है।
मयंक ने रांची, रामगढ़, हजारीबाग, लातेहार और चतरा की कोल माइनिंग कंपनी के प्रबंधन, ट्रांसपोर्ट कर रही कंपनियां और उससे जुड़े संवेदक, रेलवे साइडिंग में रेक लोडिंग का काम कर रहे संवेदकों को भी चेतावनी दी है।
मयंक ने कहा कि चाहे आप बुलेट प्रूफ वाहन (Bullet Proof Vehicle) लें या एक्स आर्मी सुरक्षा गार्ड रख लें, जहां तक मेरा कॉल जाता है, वहां तक मेरी गोली जाएगी।
इसका ट्रेलर मैं कोलकाता, रायपुर, कोरबा में बैठ कर झारखंड में कारोबार कर रही कंपनी के लोगों को दिखा चुका हूं।
मयंक ने कहा है कि कुछ छुटभैये अपराधी, साइबर अपराधी, जनप्रतिनिधि मेरे और मेरे बॉस के नाम का इस्तेमाल कर रंगदारी वसूलते हैं, वे अपने क्रियाकलाप बंद करें वरना गोली खाने को तैयार रहें।