Preparation for Wedding as Soon as Kharmas ends: हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य (Auspicious work) पंचांग के आधार पर किए जाते हैं
सगाई, शादी, विवाह, मुंडन, जनेऊ संस्कार और गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य हिंदू धर्म (Hinduism) में पंचांग के अनुसार तय किए जाते हैं।
ग्रहों, नक्षत्रों की दशा और गति की गणना के आधार पर इनका मुहूर्त निकाला जाता है, जिससे कार्य सफल और शुभफलदायी हो।
हिंदू धर्म में सगाई, शादी, मुंडन, जनेऊ संस्कार और गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य पंचांग में ग्रहों और नक्षत्रों की गणना के आधार पर किए जाते हैं। खरमास (Kharmas) के दौरान, जो एक माह तक रहता है, ये कार्य स्थगित रहते हैं। मकर संक्रांति के बाद 16 जनवरी से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी।
इसके बाद जून तक विवाह (Marriage) के 76 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। हालांकि, जुलाई से अक्टूबर तक शुभ मुहूर्त नहीं रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य और गुरु के शुभ स्थिति में रहने पर ही ये कार्य किए जाते हैं। सूर्य देव जब गुरु की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं, तो उनका प्रभाव कम हो जाता है, जिससे कोई शुभ कार्य नहीं होता।
सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही विवाह, गृह निर्माण और अन्य मांगलिक कार्यों की तैयारियां तेज हो जाएंगी। इस साल शादियों के लिए कुल 76 दिन शुभ रहेंगे।
विवाह के लिए 2025 में 76 शुभ मुहूर्त, जानें पूरी सूची
2025 में शादी के लिए कुल 76 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। जनवरी से जून और फिर नवंबर-दिसंबर में शादियों की रौनक देखने को मिलेगी।
जनवरी: 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27
फरवरी: 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23, 25
मार्च: 1, 2, 6, 7, 12
अप्रैल: 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30
मई: 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 28
जून: 2, 4, 5, 7, 8
नवंबर: 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30
दिसंबर: 4, 5, 6
जुलाई से अक्टूबर तक शुभ मुहूर्त नहीं रहेंगे। मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के बाद 16 जनवरी से सहालग शुरू होगी। इस साल विवाह के लिए सबसे ज्यादा तारीखें फरवरी और मई में हैं। ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति को ध्यान में रखते हुए विवाह के ये मुहूर्त तय किए गए हैं।