रांची/जमशेदपुर : जो पारा शिक्षक (Para Teacher) ट्रेंड हैं, लेकिन टेट परीक्षा (TET Exam) पास नहीं है, उनकी मानदेय वृद्धि के लिए विभागीय स्तर पर आकलन परीक्षा होगी। परीक्षा के सिलेबस (Syllabus) के अनुसार शिक्षकों को क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा में भी उत्तीर्ण होना जरूरी होगा।
ऐसा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (प्राथमिक शिक्षा निदेशालय) ने फैसला किया है।
चार अनिवार्य विषयों की परीक्षा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) की ओर से जारी सिलेबस के अनुसार, छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने वाले पारा शिक्षकों को आकलन परीक्षा में चार अनिवार्य विषयों की परीक्षा देनी है।
इसमें क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा की 36 अंक की परीक्षा होगी। चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडोगोगी (Child Development & Pedagogy) की 18 अंकों की परीक्षा होगी।
हिन्दी सहायक अध्यापक के लिए लैंग्वेज (Language) में हिन्दी अथवा इंग्लिश की 18 अंकों की परीक्षा होगी।
इसी तरह उर्दू सहायक अध्यापक के लिए उर्दू अथवा इंग्लिश की 18 अंकों की परीक्षा होगी। इन दोनों सहायक अध्यपकों के लिए आकलन परीक्षा में क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा की परीक्षा कंपल्सरी की गई है।
इसकी 36 अंक की परीक्षा होगी। मेंटल एबिलिटी एवं रीजनिंग (Mental Ability & Reasoning) की 25 अंकों की परीक्षा होगी।