गिरिडीह : गुरुवार को एकीकृत सहायक शिक्षक मोर्चा के जिलाध्यक्ष नारायण महतो के नेतृत्व में हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) से अपना वादा पूरा करने की आवाज उठाई। उन्होंने इस मुद्दे पर गिरिडीह विधायक सुदीप्य कुमार सोनू के साथ वार्ता की। अपनी मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की। वार्ता में राज कुमार , मनोज कुमार शर्मा, बक्शी रमेश, गीता राज, आलोक कुमार, सुरेंद्र कुमार, बिजय पांडेय, टीपी गिरी, शोभलाल महतो आदि दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे। विधायक ने कहा कि सारा दस्तावेज आप अपने पास व्यवस्था करके रखें। बहुत जल्द अधिकारियों के साथ आपलोंगो के साथ वार्ता करवा देंगे।
वार्ता की प्रमुख बातें
1 2012 शिक्षक नियुक्ति नियमावली के तहत राज्य के टेट पास सहायक अध्यापकों को सीधी नियुक्ति की जा सकती है।
2 उर्दू विद्यालयों में बिना टेट के ही सिर्फ प्रशिक्षण के आधार पर 42 सौ और 46सौ का ग्रेड में दिया जा सकता है , तो 20 वर्षो से कार्य कर रहे सहायक अध्यापकों को क्यों नही।
3 महाधिवक्ता के राय पर भी विस्तार से बातचीत हुई।
4 दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निर्देश पर उच्च स्तरीय कमिटी के द्वारा बनाई गई , वेतनमान की नियमावली जिसमे टेट पास को सीधे वेतनमान और प्रशिक्षित को आकलन पास करने के बाद बिहार की तर्ज पर वेतनमान देने के लिए भी नियमावली बनाई गई थी। इसे रातों रात बदलकर मानदेय वृद्धि के लिए नियमावली दी गई। यह राज्य के 62 हजार सहायक अध्यापको के साथ धोखा किया गया है।
5 मुख्यमंत्री ने यह बोला था कि वेतनमान के लिए लग से बैठकर बातचीत की जाएगी। इस दिन गिरिडीह विधायक खुद मौजूद थे, परंतु इस पर कोई पहल नहीं की गई।
6 गिरिडीह जिले के 225 शिक्षकों की समस्या के समाधान पर भी विस्तार से डोकूमेंट के साथ चर्चा हुई।
7 EPF और कल्याण कोष पर भी सहमति बनाकर अब तक लागू नही किया जा रहा है। इसके कारण ही लोग विवश होकर आंदोलन कर रहे हैं ।