प्रयागराज: अतीक अहमद (Ateek Ahmed) ने दिल्ली में एक नेता की मदद से 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति खरीदी थी, जो शाहीनबाग, बाटला हाउस, ओखला और साकेत जैसे आधा दर्जन इलाकों में थी।
इस जमीन की जानकारी सिर्फ उसके करीबी परिजनों को थी, इसकी जानकारी अतीक अहमद हत्याकांड (Atiq Ahmed Murder Case) की जांच कर रही STF को मिली है।
अतीक अहमद हत्याकांड मामले (Atiq Ahmed Murder Case) को खंगाल रही STF के सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि अतीक के इसी करीबी नेता के दोनों बेटों की दोस्ती अतीक अहमद के बेटों असद, अली और उमर से थी।
एक नेता के घर पर कई बार ली थी पनाह
जांच में ये भी सामने आया है कि बड़े बेटे उमर और अली ने दिल्ली में इसी राष्ट्रीय पार्टी के एक नेता के घर पर कई बार पनाह ली थी। दरअसल, STF के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद इन शूटर्स ने इस नेता के यहां पनाह नहीं ली थी।
इसके पीछे की वजह ये बताई जा रही है कि बीते 2 साल पहले इस नेता की बीमारी से मृत्यु (Death) हो चुकी है। ऐसे में अतीक ने असद को वहां भेजना सुरक्षित नहीं समझा था। अब STF जांच कर रही है कि कहीं असद को दिल्ली में छिपने के लिए इस नेता के दोनों बेटों ने मदद तो नहीं की थी?
STF ने इन दोनों को झांसी में खोज निकाला
STF से जुड़े सूत्रों के अनुसार वर्तमान में आंकी गई इन संपत्तियों की कीमत 100 करोड़ रुपये से अधिक है, जिनका पूरा ब्योरा STF जुटा रही है। दरअसल, बीते दिनों जहां ये दिल्ली में रुके थे, वहां अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गैंग ने असद और गुलाम (Assad and Ghulam) को छिपाया था।
STF और स्पेशल सेल के संगम विहार पहुंचने से पहले वे वहां से फरार हो गए। तब इन गन सप्लायर्स ने जो असद और गुलाम की ठोस जानकारियां दी थी, उसके आधार पर बाद में STF ने इन दोनों को झांसी में खोज निकाला था, लेकिन दोनों तरफ से फायरिंग (Firing) के चलते असद और गुलाम का STF ने एनकाउंटर कर दिया था।