प्रयागराज: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) ने जिस खतरे का डर जताया था उसका ब्लू प्रिंट (Blue Print) पुलिस को मिल गया है।
पुलिस पूछताछ में अतीक ने बताया था कि उसके करीबियों के दगाबाजी करने पर दुश्मनों की तादाद ज्यादा हो गयी थी।
दुश्मनों की तादाद ज्यादा होने पर अतीक ने शाहिस्ता (Shahista), असद और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा प्लान बनाया था।
कसारी मसारी इलाके को Map के जरिये 8 भागों के सुरक्षा कवच में बांटा गया था। जेल में बंद अतीक अहमद नक्शे के जरिये अपने परिवार की सुरक्षा करता था।
सुरक्षा का 8 घेरा
1. अतीक ने अपने परिवार को जहां रखा हुआ था उस इलाके को बिल्कुल सेन्टर में रखा ताकि सुरक्षा घेरा न टूटे और कोई सीधे उसके परिवार तक न पहुंचे। गुलाबी वाले कॉलम (Column) में उसका पूरा परिवार और उसके बिल्कुल अगल-बगल पीले वाले कॉलम में उसके सबसे ज्यादा वफादार लोग।
2. गद्दी समुदाय से जुड़े लोगों के अलावा इस पूरे इलाके में किसी को भी रहने की इजाजत नही थी।
3. हर 2 मकान छोड़कर CCTV कैमेरे लगवाए थे जो चौराहों से होते हुए गलियों तक की फुटेज अतीक के घर तक पहुंचने तक दिखाते इसका कंट्रोल रूम साबिर संभालता था।
4. रोजाना सुबह और शाम ड्रोन (Drone) से एक बार समय बदल-बदल कर पूरे Area की निगरानी होती थी।
5. आसपास के पूरे इलाके में हर 3 मकान के बाद अतीक का कोई न कोई गुर्गा रहता था जो परिवार की पूरी रक्षा करता था।
6. इसके साथ ही उस इलाके को ऐसा मकानों से सील किया गया जिसमें केवल उसके घर तक एक ही एंट्री पॉइंट (Entry Point) का रास्ता था।
7. इसके साथ ही हथियार पैसा रखने वाले उसके खास गुर्गों के परिवार को कासरी मसारी तक 5 किलोमीटर तक फैला दिया था।
8. इन मकानों के आसपास हमेशा 8-8 घंटे की मुखबिरों की ड्यूटी लगती थी जो अतीक को हर एक अपडेट देते थे।