गुरुग्राम: आखिरकार गैंगस्टर (Gangster) विकास लगरपुरिया (Vikas Lagarpuria) गुरुग्राम एसआईटी (Gurugram SIT) के हत्थे चढ़ ही गया।
हालांकि उसे पकडऩे के बाद पुलिस को ढाई घंटे का समय विकास लगरपुरिया साबित करने में लगे।
ऐसा इसलिए कि दुबई (Dubai) से दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) आने के बाद झज्जर जिला स्थित अपने गांव लगरपुर जा रहे विकास को जब गुरुग्राम (Gurugram) STF ने गिरफ्तार किया तो उसने अपनी पहचान छिपाकर कहा कि वह तो दीपक है। यह उसने काल्पनिक नाम बताया।
विकास लगरपुरिया गैंगस्टर भारत से भागकर लंबे समय से Dubai में रह रहा था। गुरुग्राम पुलिस उसे Dubai से भारत लाने के लिए काफी मशक्कत भी कर रही थी। अब वह जब भारत आया तो STF की टीम ने उसे दबोच लिया।
बात करें उसे मोस्टवांटेड (Most Wanted) होने की। गुरुग्राम के खेड़कीदौला थाना क्षेत्र स्थित एक सोसायटी (Society) में बने फ्लैट से 21 अगस्त 2021 को 30 करोड़ रुपये की चोरी हो गई थी।
पुलिस ने इस मामले में 50 लाख रुपये चोरी का केस दर्ज किया था। इस चोरी का मास्टरमाइंड (Mastermind) विकास लगरपुरिया ही था। उसने इस चोरी में अपने गांव के ही दिल्ली पुलिस में ASI विकास गुलिया को साथ लिया।
साथ ही गुरुग्राम मेंं उस समय गुरुग्राम में तैनात IPS अधिकारी धीरज सेतिया की भी इस मामले में संलिप्तता पाई गई। चोरी में नाम सामने आने के बाद धीरज सेतिया भी भूमिगत हो गए थे।
काफी समय बाद उन्हें अग्रिम जमानत मिली। सरकार ने इस मामले की जांच STF को सौंपी। STF अब तक इस केस में दो डॉक्टर समेत 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इनसे करीब 3 करोड़ रुपये की रिकवरी भी हो चुकी है। विकास लगरपुरिया पिछले 7 साल से फरार चल रहा था। उस पर ढाई लाख रुपये का ईनाम भी रखा हुआ था।
एयरपोर्ट से अपने गांव लगरपुर जाते समय दबोचा
गुरुग्राम में चोरी के मास्टरमाइंड (Mastermind) विकास लगरपुरिया को STF ने गुरुवार को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह दुबई से दिल्ली एयरपोर्ट आने के बाद अपने गांव लगरपुर जा रहा था।
हरियाणा एसटीएफ (Haryana STF) गुरुग्राम की टीम दुबई सरकार (Dubai Government) से संपर्क साधे हुए थी। सारे इनपुट मिलने पर आरोपी विकास लगरपुरिया को STF ने दबोच लिया। विकास लगरपुरिया पर करीब ढाई लाख रुपए का इनाम भी पुलिस ने रखा हुआ था।
गलत नाम बताया चकमा देने का किया प्रयास
आरोपी विकास लगरपुरिया को STF ने गिरफ्तार भले ही कर लिया तो लेकिन पुलिस से उसकी पहचान दिलाने में यानी विकास साबित करने में ढाई घंटे लग गए।
जब उसे STF ने पकड़ा तो उसने विकास लगरपुरिया होने से इंकार करते हुए अपना नाम दीपक बताया। इस तरह से उसने अपने बचाव के लिए पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया।
पूरी जानकारी के साथ STF ने उसकी बातों पर विश्वास नहीं किया। उससे ढाई घंटे तक कड़ी पूछताछ की गई, तब उसे बताया कि वही विकास लगरपुरिया है।
STF हरियाणा के DIG सतीश बालन के मुताबिक एसटीएफ को यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। आरोपी विकास लगरपुरिया पर दिल्ली गुरुग्राम समेत अन्य जिलों व राज्यों में दो दर्जन से ज्यादा केस दर्ज है
इनमें गुरुग्राम में हुई हाई प्रोफाइल (Profile) चोरी का मामला, पानीपत से अवैध दस्तावेज बनाने का और गुरुग्राम कोर्ट से भगोड़ा घोषित होने का मामला जांच के लिए STF के पास था।