रांची: आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने रांची (Ranchi) के पुंदाग ओपी (Pundag OP) क्षेत्र के लाजपत नगर में छिपकर रह रहे कुख्यात भोला पांडे गिरोह के दो गुर्गे को गिरफ्तार (Arrest) किया है।
गिरफ्तार अपराधियों में सुभाष कुमार सिंह उर्फ बाघा (29 ) और इरफान उर्फ छोटू (23) शामिल हैं।
इनके पास से एक छह चक्रीय रिवाल्वर, 50 चक्र जिंदा कारतूस , एक मैगजीन, दो लाख 40 चालीस हजार नकद, आठ मोबाइल फोन और और दो पेन ड्राइव सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
अपराध से अर्जित की हुए संपत्ति का पता लगाने को कहा गया
ATS के SP सुरेंद्र कुमार झा ने सोमवार को बताया कि पुलिस मुख्यालय की ओर से झारखंड राज्य में संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही इन गिरोहों के फंडिंग, आर्थिक स्रोतों, हवाला चैनल और इनके द्वारा अपराध से अर्जित की हुए संपत्ति का पता लगाने को कहा गया है।
हत्या एवं रंगदारी के कई मामलों में वांछित
SP ने बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि कुख्यात भोला पाण्डेय गिरोह के 02 गुर्गे पुन्दाग OP क्षेत्र के लाजपत नगर में छुपकर रह रहे हैं।
दोनों फायरिंग, हत्या एवं रंगदारी के कई मामलों में वांछित हैं। सूचना पर ATS टीम ने छापेमारी (Raid) कर दोनों अपराधियों को पुंदाग थाना क्षेत्र अन्तर्गत एक भाड़े के घर से गिरफ्तार किया।
उल्लेखनीय है कि ये दोनों बड़कागांव विधायक प्रतिनिधि राजकिशोर बाउरी उर्फ बिदका बाउरी की हत्या के वांछित आरोपित हैं, जिसका अनुसंधान ATS की ओर से किया जा रहा है।
दोनों पहली बार हुए गिरफ्तार
गैंगस्टर भोला पांडे (Bhola Pandey) की हत्या गैंगवार में 2009 में ही ही हो गई थी। भोला पांडे की हत्या के बाद उसके करीबी विकास पांडे गिरोह का संचालन कर रहा। हाल के दिनों में भोला पांडे गिरोह की सक्रियता काफी बढ़ गई थी।
जिसके बाद भोला पांडे गिरोह पर नकेल कसने का जिम्मा एटीएस को दिया गया था। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार बाघा और इरफान बेहद खतरनाक अपराधी हैं।
दोनों शार्प शूटर (Sharp Shooter) के तौर पर बैंक के लिए काम किया करते हैं। ATS से मिली जानकारी के अनुसार दोनों पहली बार गिरफ्तार हुए हैं।