इस्लामाबाद: Pakistan (पाकिस्तान) के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान पर जनसभा के दौरान चलाई गई गोलियां में एक कार्यकर्ता की मौत (Dead) हो गई तथा अन्य सात लोग घायल हो गए।
सीनेटर फैसल जावेद और कई अन्य पार्टी नेता वजीराबाद के अल्लाह वाला चौक पर लार्ग मार्च कंटेनर पर गोलीबारी में घायल हुए सात लोगों में शामिल थे। पूर्व क्रिकेटर को लाहौर के एक अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया।
कुछ वक्त तक सेना के हाथों में पूरी ताकत
रिपोर्ट के अनुसार PTI को निशाना बनाकर हुए हमले (Attack) की सभी राजनीतिक दलों (Political Parties) ने व्यापक निंदा की है।
पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान को गोली लगने के बाद माहौल और ज्यादा गरम हो गया है। पाकिस्तान (Pakistan) में अब आने वाले कुछ दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।
इमरान के समर्थक और उग्र हो सकते हैं। वहीं पाकिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए सेना अपने हाथों में कमान ले सकती है।
पाकिस्तान (Pakistan)में मार्शल लॉ और इसी तरह के कुछ और उपाय किए जा सकते हैं। जिससे कुछ वक्त तक सेना के हाथों में पूरी ताकत आ सकती है।
खान के विरोध मार्च के दौरान उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला
वहीं भारत ने कहा कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में विरोध मार्च के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान पर हमले से संबंधित घटनाक्रम पर ‘करीबी नजर रख रहा है।
विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, यह ऐसी चीज है जिस पर हम करीबी नजर रख रहे हैं और हम संबंधित घटनाकम पर करीबी नजर बनाए रखे हैं।
खान के विरोध मार्च के दौरान उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला (Attack) किया गया जिसमें उनके पैर में गोली लगी, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं।
हमले के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास यह घटना उस समय हुई जब खान जल्दी चुनाव (Election) कराने की अपनी मांग को लेकर इस्लामाबाद तक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे।
खान की पार्टी के वरिष्ठ नेता असद उमर ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के पैर में एक गोली लगी है। उमर ने कहा, खान को सड़क मार्ग से लाहौर ले जाया जा रहा है।
उनकी हालत गंभीर नहीं है, लेकिन उन्हें गोली लगी है। उन्होंने कहा कि खान के प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को बदलते हुए नहीं देख सकते हैं। उन्होंने हमले के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया।