नई दिल्ली: पूर्वी अफगानिस्तान में एक शादी समारोह में संगीत बजाने पर तालिबानी पहचान वाले कुछ बंदूकधारियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए।
तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में तीन बंदूकधारियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने इस्लामी कट्टरपंथियों के इशारे पर यह कार्रवाई की थी।
इसके पहले जब 1996 से 2001 तक तालिबान ने देश पर शासन किया तो संगीत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, नए अधिकारियों ने अभी तक ऐसा कोई फरमान जारी नहीं किया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी को बताया कि शुक्रवार को नंगरहार प्रांत के सुरख रोड जिले में एक संयुक्त विवाह में चार जोड़ों की शादी हो रही थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने एक स्थानीय तालिबान नेता से केवल महिलाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले क्षेत्र में रिकॉर्डेड संगीत बजाने की अनुमति ली थी।
इसके बावजूद देर रात बंदूकधारियों ने जबरन अंदर घुसकर लाउडस्पीकर तोड़ने का प्रयास किया। मेहमानों ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
इस्लामिक स्टेट समूह, जो तालिबान का विरोध करता है, नंगरहार में भी सक्रिय है और उसे अतीत में इसी तरह की घटनाओं के लिए दोषी ठहराया गया है।
खामा प्रेस ने बताया कि तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने पूर्वी नंगरहार प्रांत में शादी समारोह में गोली मारकर दस से अधिक लोगों को घायल करने वाले तीन लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
बिलाल करीमी ने कहा कि लोगों ने तालिबान लड़ाकों का रूप धारण किया और तालिबान के नाम का इस्तेमाल किया और कहा कि वे उनके नहीं हैं।
पाकिस्तान की सीमा से लगे पूर्वी नंगरहार प्रांत के सोरख रोड जिले में एक शादी समारोह में तीन बंदूकधारियों ने लोगों पर गोलियां चला दीं। इस घटना में बच्चों समेत दो की मौत हो गई और दस घायल हो गए।