चाईबासा: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों (CPI Maoists) ने कोल्हान के जंगल (Kolhan forests) और ग्रामीण क्षेत्रों के आसपास IED लगाने का दावा किया है।
इसे लेकर भाकपा माओवादी के दक्षिणी जोनल कमेटी (Southern Zonal Committee) के प्रवक्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ग्रामीणों से जंगल में नहीं जाने की अपील की है।
माओवादियों ने कहा है कि कोल्हान में कई महीनों से खासकर बीते एक महीना से साम्राज्यवादी कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर केंद्र और राज्य सरकार खासकर केंद्र सरकार (Central Government) के निर्देश से केंद्रीय संयुक्त कमांड के प्रत्यक्ष देखरेख एवं दिशा-निर्देशन में सुरक्षाबलों को उतार कर माओवादी क्रांतिकारियों को नाश करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
भाकपा माओवादियों का कहना है कि कानून और जनाधिकारों का पुलिस की ओर से घोर उल्लंघन किया जा रहा है।
माओवादियों ने कहा…
ग्राम सभा की सहमति लिये बगैर 10 अक्टूबर से 12 दिसम्बर तक तीन पुलिस कैंप रेंगड़ाहातु, सायतबा और इंजेदबेड़ा में स्थापित किया जा चुका है।
आये दिन पुलिसकर्मियों (Policemen) द्वारा ग्रामीणों को पूर्व सूचना दिये बगैर कोल्हान के विभिन्न जंगल और पहाड़ों में मोर्टार सेल एवं भारी हथियारों से गोलाबारी की जा रही है।
माओवादियों ने कहा है कि इसी परिप्रेक्ष्य में PLGA ने कोल्हान वन प्रमंडल में स्थित सभी पुलिस कैंप के चारों ओर तथा वन ग्राम, राजस्व ग्राम के सभी जंगल-पहाड़ों, रोड और पगडंडी वाले रास्तों में बारूदी सुरंग बिछा दिया है।
वाहन चालकों से रास्ते में बीच-बीच में हॉर्न बजाने की अपील की
साथ ही ऑटोमैटिक बुबी ट्रैप (Automatic Booby Trap) माइंस भी प्लांट किया गया है। माओवादियों ने ग्रामीणों से गांव के आसपास के जंगल, पहाड़ पर न जाने की अपील की गई है।
माओवादियों ने कोल्हान वन प्रमंडल के ग्रामीण इलाकों से शहरों की तरफ जाने वाले वाहन चालकों और मालिकों से रास्ते में बीच-बीच में हॉर्न बजाने की अपील की है।
इसके अलावा पुलिस को गाड़ी में नहीं बैठाने और गाड़ी नहीं देने की अपील की है। ऐसे करने पर माओवादियों (Maoists) की कार्रवाई की चपेट में आ सकते हैं।