नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट बह गया। यहीं धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध भी टूट गया।
केंद्रीय मंत्री व उत्तराखंड से सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने आपदा की इस घड़ी में किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की अपील की है।
निशंक के मुताबिक, मुसीबत में फंसे लोग मदद के लिए सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
दरअसल, यहां ग्लेशियर टूटने से गंगा में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। राज्य सरकार ने इसके मद्देनजर चमोली से हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर किया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। सीएम ने चमोली जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन और रैणी का निरीक्षण भी किया है।
वहीं केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, चमोली जिले के पास ग्लेशियर टूटने से आए प्राकृतिक प्रकोप से प्रभावितों के राहत एवं बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा 1070 एवं 9557444486 हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
सभी नागरिकों से मेरा अनुरोध है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचते हुए मदद पाने के लिए इन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से बड़ा प्राकृतिक प्रकोप आया है। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन सहित सभी एजेंसियों के माध्यम से इस संकट से निपटने के लिए पूर्ण तत्परता एवं सक्रियता से कार्य किया जा रहा है।
निशंक ने कहा, सभी नागरिकों से मेरा अनुरोध है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें एवं सरकार द्वारा जारी सूचनाओं एवं निर्देशों को ध्यान में रखें। उत्तराखंड में उत्पन्न हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार केंद्र भी निगरानी कर रहा है।