नई दिल्ली: Axis Bank को वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 5,728 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। Cityindia के खुदरा उपभोक्ता व्यवसाय (Retail Consumer Business) के अधिग्रहण की वजह से बैंक को यह नुकसान उठाना पड़ा है।
Bank ने वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में एकल आधार पर 4,118 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
2022-23 के लिए प्रति शेयर एक रुपये का लाभांश देने की संस्तुति की
Axis Bank ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों (Stock Exchanges) को दी गई सूचना में कहा कि बैंक की कुल आय आलोच्य अवधि के दौरान 22,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 28,865 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक के निदेशक मंडल (Board of Directors) ने मार्च में समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रति Share एक रुपये का लाभांश देने की संस्तुति की है।
बैक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) 31 मार्च, 2023 तक कुल ऋण के 2.02 प्रतिशत पर आ गईं जबकि 31 मार्च 2022 के अंत में यह 2.82 प्रतिशत रही थी।
बैंक ने 11,603 करोड़ रुपये का भुगतान किया
वहीं Axis Bank का शुद्ध NPA भी 0.73 प्रतिशत से घटकर 0.39 प्रतिशत पर आ गया। फंसे कर्जों में कमी आने से बैंक को वित्तीय प्रावधान (Financial Provision) की जरूरत भी कम होकर 306 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक ने गत एक मार्च को सिटी बैंक (City Bank) के उपभोक्ता कारोबार एवं NBFC उपभोक्ता कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की थी। इस सौदे के लिए बैंक ने 11,603 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।