Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram temple ) में रामलला की गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी, CM योगी आदित्यनाथ समेत देश के 7 हजार गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है।
बता दें कि राम मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शनों को 20 जनवरी से बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु 23 जनवरी से दर्शन कर पाएंगे, तब तक रामलला (Ramlala) भव्य राम मंदिर में विराजित हो चुके होंगे।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा
डॉक्टर अनिल मिश्रा (Dr. Anil Mishra) ने बताया कि श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे 23 जनवरी से राम मंदिर में नूतन विग्रह का दर्शन करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि दर्शनों के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि होगी और उससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
आधुनिक यंत्रों की मदद से बहुत कम समय में यात्रियों की सुरक्षा जांच कर ली जाया करेगी। पूरी प्रक्रिया इतनी तेज होगी कि श्रद्धालुओं को कोई खास परेशानी भी नहीं होगी।
90 % पूरा हो चुका फोर लेन का काम
उधर अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम नजदीक आ रहा है। राम मंदिर तक श्रद्धालुओं की सुगम पहुंच के लिए बनाए जा रहे विभिन्न पथों के निर्माण में तेजी दिख रही है।
इन्हें अब अंतिम रूप देने के लिए दिन-रात काम हो रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 27 से मोहबरा व टेढ़ी बाजार होते हुए राम मंदिर तक बनाए जा रहे फोर लेन का कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व फोरलेन का निर्माण पूरा हो जाएगा।
कितने श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
उन्होंने बताया कि भव्य राम मंदिर के खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी तय है। इसे देखते हुए व्यवस्था को इस हिसाब से तैयार किया जा रहा है कि प्रतिदिन डेढ़ लाख से ढाई लाख श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन कर सकें।
डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि मंदिर निर्माण के कार्यों की प्रगति जांचने के लिए ट्रस्ट की दो दिवसीय बैठक हो रही है। निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र (Nripendra Mishra) की अध्यक्षता में पहले दिन हुई बैठक में ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा, निर्माण संस्था एलएंडटी और टाटा के इंजीनियर भी मौजूद रहे।