बाबा साहेब ने महिलाओं और श्रमिकों के साथ भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया: रामेश्वर उरांव

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न्यूज़ अरोमा रांची: झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धासुमन अर्पित कर राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।

उरांव ने कहा कि अंबेडकर ने अस्पृश्यता, अशिक्षा, अंधविश्वास के साथ-साथ सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक विषमता को सबसे बड़ी बुराई के रूप में देखने का काम किया।

एक नैतिक एवं न्याय पूर्ण आदर्श समाज के निर्माण के लिए उन्होंने स्वाधीनता, समानता और भ्रातृत्व के सूत्रों को आवश्यक बताया और उनका कड़े शब्दों में समर्थन किया।

उन्होंने मूक और अशिक्षित व निर्धन लोगों को जागरूक बनाने के लिए मूकनायक और बहिष्कृत भारत सप्ताहिक पत्रिका संपादित कर देश को व्यापक संदेश दिया।

उरांव ने कहा कि भारतीय संविधान के जनक अंबेडकर एक न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे, जिन्होंने शोषित वर्गों, महिलाओं और श्रमिकों के साथ भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया।

आलमगीर आलम ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री भी बने और आजाद भारत को एक दिशा देने का काम किया।

कृषिमंत्री बादल पत्रलेख ने हजारीबाग रोड स्थित पुराना बाजार एवं डिस्ट्रिक्ट मोड़ चौक पर बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मौके पर उन्होंने लोगों की समस्या सुनी और बाबा साहेब द्वारा संविधान प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, बल्कि एक समाज सुधारक के रूप में उन्होंने जात-पात और छुआछूट के खिलाफ अभियान चलाकर समाज में हो रहे भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया।

इसके पूर्व प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने राजधानी रांची के डोरंडा स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं श्रद्धांजलि अर्पित की।