बालासोर: रेल दुर्घटना मामले (Train Accident Cases) में रेलवे के बड़े अधिकारियों के खिलाफ आज ओडिशा पुलिस के पास FIR दर्ज कराई गई है।
बालासोर निवासी पापू कुमार नाइक (Papu Kumar Naik) ने रेलवे अधिकारियों पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
लापरवाही के कारण हुई यह दुघर्टना
उनका आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह दुघर्टना हुई है। भारतीय दंड सहिंता (FIR) की संबंधित धाराओं के साथ ही रेल अधिनियम (Railway Act) की धारा 153, 154 और 175 के तहत अज्ञात व्यक्तियों की भी इस मामले में जांच की जाएगी।
प्राथमिकी के सार में कहा गया है कि फिलहाल रेलवे कर्मचारियों (Railway Employees) की संलिप्तता का पता नहीं चला है लेकिन जांच में यह सामने आएगा।’ नाइक ने अपनी शिकायत में कहा है कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना रेलवे की लापरवाही के कारण हुई है जिससे मानव जीवन और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।
रेलवे के सुरक्षा आयुक्त द्वारा की गई स्वतंत्र जांच सोमवार से शुरू हो गई
इस बीच Railway Board द्वारा रविवार शाम को सिफारिश किए जाने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (FIR) की ओर से इस मामले को अपने हाथ में लिए जाने की संभावना है।
इसके साथ ही रेलवे के सुरक्षा (Railway Safety) आयुक्त द्वारा की गई स्वतंत्र जांच सोमवार से शुरू हो गई है। इधर CBI इस मामले की जांच शुरू करने के लिए मंगलवार को अपना एक दल दुर्घटना स्थल पर मुआयना के लिए भेजेगा।
बालासोर रेलवे ट्रैक पर रेलगाड़ियों की सामान्य आवाजाही शुरू
स्थानीय खबरों के मुताबिक गंभीर रूप से घायल लोको पायलट सहित कई लोगों ने रेलवे सुरक्षा (Railway Safety) आयुक्त के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। खबरों में कहा गया है कि प्रारंभिक जांच में जिम्मेदार सभी अधिकारियों की पहचान कर ली गई है और कोई भी अधिकारी फरार नहीं है।
दुर्घटना के करीब 51 घंटे बाद रविवार देर रात को बालासोर रेलवे ट्रैक पर रेलगाड़ियों की सामान्य आवाजाही शुरू हो गई है।
इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने बालासोर रेल हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की मांग की है।
उन्हांने कहा है कि CBI की जांच से तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं (Technological, institutional and political failures) की जवाबदेही तय नहीं हो सकती। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि CBI रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है, वह अपराधों की छानबीन करती है।