रांची: झारखंड की बेटियों के सुरक्षित जीवन व शिक्षा (Girls Secure Life and Education) के लिए हेमंत सरकार सजग और संवेदनशील है।
साल 2023-24 के बजट (Budget) में आठवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों से लेकर 19 साल की उम्र तक की लड़कियों के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया जाना महत्वपूर्ण है।
यह राशि देश की पहली महिला शिक्षिका, महान समाज सेविका सावित्रीबाई फुले के नाम पर शुरू सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना (Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana) के तहत दी जाएगी।
योजना का लाभ पाने के लिए करना है अप्लाई
इस योजना का लाभ लेने के लिए बेटियों (Daughter) को आवेदन करना होगा। वे तीन तरह से आवेदन कर सकती हैं। पहले तरीके के मुताबिक क्लास आठ से 12वीं तक में पढ़ने वाली लड़कियां अपने स्कूल के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं।
दूसरे तरीके के अनुसार, जहां वे रहती हैं, वहां के नजदीकी आंगनबाड़ी सेंटर में भी जा कर आवेदन कर सकती हैं। तीसरे तरीके के तहत वे अपनी पात्रता के अनुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कार्यालय (District Social Welfare Officer Office) से भी संपर्क कर आवेदन कर सकती हैं। इस संबंध में डिटेल जानकारी Website jharkhand.gov.in पर उपलब्ध है।
अलग-अलग कैटेगरी में मिलेगा अलग-अलग लाभ
इस योजना के तहत छात्राओं को चार कैटेगरी (Category) में राशि मिलेगी। आठवीं और नौवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों को 25 सौ रुपये मिलेंगे। 10वीं, 11वीं और 12वीं तक पढ़ने वाली छात्राओं को प्रति छात्रा 5000-5000 रुपये मिलेंगे। 18 से 19 वर्ष की छात्राओं को एकमुश्त 20,000 रुपये मिलेंगे।
9 लाख बेटियों को लाभ पहुंचाने का टारगेट
हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) ने राज्य की नौ लाख छात्राओं को इस योजना के तहत लाभ देने का टारगेट निर्धारित किया है। वर्तमान में छह लाख 51 हजार से अधिक किशोरियों को इसका लाभ मिल रहा है।
इस योजना का मूल उद्देश्य राज्य से बाल विवाह जैसी कुप्रथा (Malpractice Like Child Marriage) को खत्म करते हुए महिला सशक्तीकरण और शिक्षा को बढ़ावा देना है।