मुंबई : बैंकों की शीर्ष निगरानी संस्था रिजर्व बैंक के आकड़ों को माने तो बैंक ऋण सालाना आधार पर चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दिसंबर तिमाही में 6.2 प्रतिशत बढ़ा।
इससे पूर्व तिमाही जुलाई-सितंबर में इसमें 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। हालांकि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कर्ज में वृद्धि एक साल पहले इसी तिमाही में 7.4 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले कम है।
निजी क्षेत्र के बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज के मामले में वृद्धि दर में दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में भारी गिरावट दर्ज की गई और यह 6.7 प्रतिशत रही।
जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 13.1 प्रतिशत थी। वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा दिए जाने वाले कर्ज की वृद्धि में सुधार हुआ और आलोच्य तिमाही में इसमें 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
जबकि एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में यह 3.7 प्रतिशत थी। आरबीआई के आंकड़े के अनुसार बैंकों के चालू, बचत और मियादी जमा में सालाना वृद्धि दर क्रमश: 13 प्रतिशत, 15.8 प्रतिशत और 8.2 प्रतिशत रही।
अखिल भारतीय कर्ज-जमा अनुपात आलोच्य तिमाही में मामूली सुधरकर 72.5 प्रतिशत रहा जो इससे पिछली तिमाही (जुलाई-सितंबर, 2020) में 72 प्रतिशत था।