चेन्नई : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) ने फ्लोटिंग ब्याज दर वाले लोन के लिए समान मासिक किस्तों (EMI) में बदलाव को लेकर अधिक पारदर्शिता लाने का फैसला किया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने गुरुवार को यह बात कही।
RBI की मौद्रिक नीति समिति के निर्णयों की घोषणा करते हुए दास ने कहा, “फ्लोटिंग ब्याज दर वाले लोन पर ब्याज दरों में बदलाव के लिए एक पारदर्शी ढांचा तैयार करने का प्रस्ताव है।
उपभोक्ता संरक्षण को मजबूत करने का उपाय
“ढांचे में विनियमित संस्थाओं को लोन की अवधि और/या ईएमआई में बदलाव के बारे में ग्राहकों के साथ स्पष्ट रूप से संवाद करना होगा। उन्हें फिक्स दर वाले लोन में बदलने और ऋण को समयपूर्व चुकाने का विकल्प प्रदान करना होगा, इस विकल्प को चुनने पर लगने वाले सभी तरह के शुल्क की पूरी जानकारी देनी होगी और ग्राहकों को महत्वपूर्ण जानकारी उचित संचार माध्यमों से देनी होगी।” उन्होंने कहा कि ये उपाय उपभोक्ता संरक्षण को और मजबूत करेंगे।