रांची: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से बात कर तीनों मेडिकल कॉलेज में एडमिशन रोके जाने के मामले को उठाया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड में मेडिकल के क्षेत्र में मानव संसाधन की कमी है। यहां के बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर चिकित्सक बनेंगे और राज्य की सेवा करेंगे।
लेकिन आधारभूत संरचना के अभाव को दिखाकर दुमका, हजारीबाग और पलामू मेडिकल कॉलेज में एडमिशन में रोक लगा दी गई हैं, जो झारखंडी स्टूडेंट्स के साथ नाइंसाफी हैं।
इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी गंभीर है और लगातार पत्राचार के माध्यम से एडमिशन लेने का आग्रह कर रहे हैं।
इसी क्रम में आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री और उनके प्रस्ताव को मान कर नेशनल मेडिकल कमीशन को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही कोई सकारात्मक पहल होगी।