रामगढ़: रामगढ़ रांची राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर पटेल चौक के पास फ्लाईओवर का निर्माण का प्रस्ताव पारित हुआ है।
एनएचएआई के द्वारा फ्लाईओवर निर्माण हेतु जमीन की मापी भी की जा रही है।
लेकिन एनएचएआई के इस पहल पर ग्रामीणों का विरोध भी शुरू हो गया है।
मुर्रामकला के ग्रामीणों का कहना है कि एनएचएआई ने अपने सड़क निर्माण हेतु जमीन की मापी पहले ही कर ली थी।
कई लोगों का जमीन भी अधिग्रहण हुआ था। उसका अपना सीमांकन भी था।
लेकिन अब फ्लाईओवर निर्माण के लिए एक बार फिर से ग्रामीणों की जमीन की मापी की जा रही है।
इस बार ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण होता है तो उन्हें भारी नुकसान होगा।
ग्रामीणों के साथ हुए विवाद के बाद सोमवार को विधायक ममता देवी भी मापी का निरीक्षण करने पहुंची।
ग्रामीणों ने ममता देवी को बताया कि लगभग 10 वर्षों पूर्व बाईपास का निर्माण हुआ।
उस वक्त भी लगभग 30 लोगों का मकान एनएचआई द्वारा तोड़ दिया गया था। उन्हें मुआवजा भी नहीं दिया गया।
उस वक्त एनएचएआई द्वारा अधिग्रहित जमीन पर पिलर भी लगाया गया।
बिजली के खंभे भी गाड़े गए। फिर विस्थापितों द्वारा जैसे तैसे एन एच ए आई के अधिकृत जमीन के बाहर बचे हुए जमीन पर घर बनाकर जीवन बसर कर रहे हैं।
आज पुनः एनएचएआई द्वारा उनके जमीन की मापी की जा रही है।
उन्हें फिर से विस्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
मौके पर विधायक ममता देवी ने अंचल अधिकारी रामगढ़ एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचआई से बात कर मामले की जानकारी ली।
उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि हर हाल में उनके घरों को टूटने नहीं दिया जाएगा।
इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब एनएचआई के पास पर्याप्त जमीन है तो लोगों को बेघर करने का प्रयास समझ से परे है।
जल्दी ही एनएचएआई के पदाधिकारियों और मुख्यमंत्री से मुलाकात करके समस्या का समाधान किया जाएगा।