मेदिनीनगर: ज़िले के हुसैनाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी एमानुएल जय विरस लकड़ा ने पलामू डीडीसी के निर्देश पर पथरा पँचायत के मुखिया समेत 13 लोगों पर हुसैनाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर माह में पथरा पँचायत के ग्रामीणों ने मनरेगा आयुक्त को पत्र देकर शिकायत किया था कि पँचायत में संचालित योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है।
तब मनरेगा आयुक्त ने उप बिकास आयुक्त पलामू को पथरा पँचायत में संचालित योजनाओं का ऑडिट कराने का निर्देश दिया था।
डीडीसी के निर्देश पर पांच सदस्यीय जांच टीम ने पथरा पँचायत के मनरेगा द्वारा संचालित सभी योजनाओं के स्थल पर जाकर जानकारी हासिल की, जिसमें 24 योजनाओं में अनियमितता बरतने की बात सामने आयी।
डीडीसी के निर्देश पर 9 नवम्बर को पथरा पँचायत सचिवालय में जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
जनसुनवाई के बाद 24 योजनाओं में फर्जी निकासी व गबन करने का मामला प्रकाश में आया था।
उप बिकास आयुक्त पलामू के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी हुसैनाबाद ने पथरा पँचायत के मुखिया मुखिया ललिता देवी, कनीय अभियंता विवेक कुमार, पँचायत सेवक नन्दकिशोर राम, रोजगार सेवक बिनोद चौधरी व संजय सूरज, मेसर्स अखिलेश कुमार, आपूर्ति कर्ता राहुल कुमार, ओम नमः शिवाय, मेठ धर्मेंद्र मेहता, कमला वर्मा, गोविंद ठाकुर, राजेश कुमार, तुलसी कुमार मेहता पर हुसैनाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है।
इसकी पुष्टि हुसैनाबाद थाना प्रभारी ने भी की है। इस घटना से ज़िले के सभी मुखियाओं में हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि अधिकांश मुखिया के कार्यकलापों की जांच होगी तो कई और पर एफआइआर दर्ज हो सकती है।
अधिकारियों द्वारा शुरू से ही जांच कार्य मे लापरवाही बरते जाने से पंचायत में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की गयी है।