नई दिल्ली: गूगल क्रोम (Google Chrome) के इस्तेमाल को लेकर सरकार ने एक अलर्ट जारी किया है।
ऐसा सरकारी नेशनल साइबर एजेंसी CERT-In की तरफ से गूगल क्रोम (Google Chrome) के इस्तेमाल को खतरनाक करार दिए जाने के बाद किया गया है।
इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रेस्पांस टीम (Indian Computer Emergency Response Team) ने कहा है कि कुछ Google Chrome के डेस्कटॉप वर्जन में कई तह की सुरक्षा खामियां मिली हैं। यह सुरक्षा खामियां आपके लैपटॉप और डेस्कटॉप में हैकिंग की वजह बन सकती हैं।
लैपटॉप और डेस्कटॉप यूजर्स के लिए खतरा
गूगल क्रोम (Google Chrome) ब्राउजर में खामी की वजह से रिमोट अटैकर्स आपके लैपटॉप और डेस्कटॉप यूजर्स (Laptop and Desktop Users) को आसानी से नुकसान पहुंचा सकते हैं।
यह आपके Chrome Browser की सुरक्षा लेयर को बायपास करके आपके लैपटॉप और डेस्कटॉप से अहम जानकारी चोरी कर सकते हैं।
बैंक डिटेल चोरी होने का खतरा
CERT-In की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल क्रोम (Google Chrome) 106.0.5249.61 और उससे ऊपर के वर्जन के लिए खतरनाक हो सकता है।
साथ ही Mac/linux और विडों 106.0.5249.61/62 वर्जन में सुरक्षा खामियां मिली हैं। ऐसे में इन यूजर्स को क्रोम ब्राउजर(Browser) इस्तेमाल करते हुए सावधान रहना चाहिए।
वरना हैकर्स आपकी बैंक डिटेल (Bank Details) चोरी कर सकते हैं। आपको यह बता दें कि CERT-In एक नोडल एजेंसी है जो कि मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और इंन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत काम करती है।
ऐसे में क्या सावधानी बरतनी चाहिए
गूगल (Google) की तरफ से विंडो, मैक और Linux यूजर के लिए Chrome 106 का स्टेबल वर्जन जारी किया गया है। यूजर्स को आने वाले दिनों में क्रोम का स्टेबल वर्जन आने वाले दिनों जारी किया जाएगा।
क्रोम Chrome 106.0.5249.61 (Mac/Linux) और 106.0.5249.61/62 (विंडो) का फिक्स्ड और इंप्रूवमेंट वर्जन जारी किया गया है। ऐसे में गूगल क्रोम ब्राउजर (Google Chrome Browser) को अपडेट करके यूजर्स इन सुरक्षा खामियों से निपटा जा सकता है।