बेगूसराय: उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों की सड़क तथा बेगूसराय सहित बिहार के विभिन्न हिस्सों में खेतों में हुए जलजमाव का मामला अब देश के उच्च सदन में पहुंच गया है।
बुधवार को राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने इन दोनों महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि बेगूसराय निवासी राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा के सवाल का जवाब भी बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सदन में दिया है।
राकेश सिन्हा ने अनुपूरक प्रश्न के माध्यम से सदन में सवाल उठाया कि उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां अस्पताल और स्कूल हैं, वहां तक सड़क से जोड़ने के लिए कितनी योजनाएं अभी चल रही है।
कितनी योजनाएं क्रियान्वित होनी है और भविष्य के लिए कितनी योजनाओं की प्लानिंग की गई है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास राज्य और केंद्र के बीच आ जाता है। जल जमाव की समस्या के कारण सड़क बनना दुर्लभ हो जाता है। जल जमाव होने वाला हजारों एकड़ जमीन ग्रामीण विकास के लिए बड़ी चुनौती है।
किसान जहां तीन फसल करना चाहते हैं, वहां एक फसल करते हैं। जल जमाव की समस्या का क्या निदान निकाला जा रहा है।
जवाब देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राकेश सिन्हा जी ने बिहार की स्थिति और परिस्थिति के मद्देनजर सवाल उठाया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज-एक, दो एवं तीन के अपग्रेडेशन का काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू हुआ। उस समय शुरू यह परियोजना कनेक्टिविटी के लिए शुरू किया गया था।
कनेक्टिविटी के बाद अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज-तीन में अपग्रेडेशन किया जा रहा है। अपग्रेडेशन में उन्हीं सड़कों को लिया रहा है जो सड़क पहले से कोर नेटवर्क में दिया हुआ है।
बिहार को 6113 किलोमीटर सड़क हमारी केंद्र सरकार ने दी है, उसी के तहत उत्तर बिहार भी आएंगे और दक्षिण बिहार भी आएंगे। हालांकि जलजमाव की समस्या पर कोई जवाब नहीं आया है।