बेगूसराय: बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव प्रक्रिया के अंतिम दिन रविवार को मतदान के दौरान बेगूसराय में बवाल हो गया।
बेगूसराय के तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र स्थित बरौनी पंचायत-दो में मतदाताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई।
इस दौरान पुलिस पर 15-20 लोगों को पीट-पीटकर घायल कर देने का आरोप लगा है। पुलिसकर्मी ग्रामीणों द्वारा उकसाने एवं ईंट-पत्थर चलाने का आरोप लगा रहे हैं।
घटना बरौनी पंचायत-दो के अनुसूचित जाति बैठका स्थित मतदान केंद्र संख्या-58 की है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के साथ आने वाले परिजनों को पुलिसकर्मी मतदान केंद्र पर जाने से रोकते थे रोक रहे थे।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्वाचन आयोग बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की मदद के लिए उसके एक परिजन को मतदान केंद्र के भीतर तक जाने का निर्देश देती है।
लेकिन यहां मौजूद पुलिस वाले बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के साथ किसी को भी मतदान केंद्र पर आने नहीं दे रहे थे तथा पुलिस कर्मी द्वारा ही मतदाता के बदले एक चिन्हित मुखिया प्रत्याशी के पक्ष में ईवीएम का बटन दबाया जा रहा था।
बटन दबाने की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो मतदान केंद्र पर मौजूद पुलिसकर्मियों लाठी चला दिया तथा मोबाइल गश्ती टीम को बुला लिया।
इसके बाद मोबाइल गश्ती दल एवं मतदान केंद्र पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने मिलकर 20 से अधिक ग्रामीणों की पिटाई कर दी।
पिटाई के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए तथा बगल के रेलवे लाइन पर चढ़कर पुलिसकर्मियों पर रोड़ेबाजी कर दिया, जिसमें दो-तीन पुलिसकर्मियों को मामूली रूप से चोट आई।
बाद में बवाल बढ़ता देखकर गांव के बुद्धिजीवी तथा अधिकारियों ने पहुंचकर मामले को शांत कराया। पुलिस के लाठी से ग्रामीणोंं का इलाज स्थानीय स्तर पर कराया गया है।
ग्रामीणों का यह भी आरोप हैै कि मतदान केंद्र संख्या-58 गांव की आबादी के बीच में है। गांव के लोग अपने-अपने घर के पास थे। लेकिन पुलिस दरवाजा पर भी खड़ा होने से रोकती थी और विरोध करने पर मारपीट किया जाता था।
इसके कारण भी लोगों मेंं आक्रोश था, इसी बीच मतदान केंद्र पर पिटाई से लोगों का आक्रोश चरम पर आ गया।पिटाई और हंगामा के कारण कुछ देर के लिए मतदान भी बाधित हो गया, बाद में लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराने के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू किया गया।