रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में मंगलवार को हजारीबाग में रामनवमी (Ram Navami) पर डीजे प्रतिबंध और 500 लोगों पर FIR दर्ज किए जाने के खिलाफ मनीष जायसवाल सदन में सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे।
सरकार से जवाब नहीं मिलने से नाराज होकर वे वेल में पहुंच गए और स्पीकर के आसन में समक्ष सामने खड़े होकर अपना कुर्ता फाड़ दिया।
क्या नहीं बजेगा DJ
मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग में पुलिस वाले लोगों को डरा धमका रहे हैं।
DJ वालों से सिग्नेचर करवा रहे हैं कि उन्हें डीजे नहीं देना है। उन्होंने कहा कि क्या इस राज्य में हिंदू (Hindu) होना अपराध है।
सदन में भी हमें कोई संरक्षण (Protection) नहीं मिलता है। क्या हम लोग तालिबान में रहते हैं। DJ क्यों नहीं बजेगा क्या कोई तर्क है।
विपक्ष के सवालों का जवाब
उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं मिल रहा है।
नियोजन पर विरोध किया तो कार्यमंत्रणा समिति (Business Advisory Committee) में यह बात आई कि इस मामले पर मुख्यमंत्री जवाब देंगे। अबतक नहीं आया।
लगातार हमलोग रामनवमी के मामला उठा रहे हैं। निर्दोष पर दायर प्राथमिकी वापस लिया जाय।
हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे : भानु प्रताप शाही
BJP MLA भानु प्रताप शाही ने कहा कि क्या हमलोग तालिबानी शासन में रह रहे हैं।
हजारीबाग के बाद अब पलामू में भी ढोल-ताशा बजाने पर रोक लगा दी गयी है। हम हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस पर प्रदीप यादव ने कहा कि हम भी राम के भक्त हैं, मगर राम के नाम पर ये लोग दंगा (Riot) कराते हैं।
राम के नाम पर ये लोग नाटक (Drama) करते हैं।